JNU हिंसा: आइशी घोष पर दर्ज हुआ केस तो जावेद अख्तर को आया गुस्सा, Tweet में लिख दी ये बात
नई दिल्ली। सामाजिक मुद्दों पर बेबाकी से अपनी बात रखने वाले बॉलीवुड हस्ती जावेद अख्तर जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में हुए हिंसक हमले पर अपनी नजर बनाए हुए हैं। वह घटना के बाद से ही इस मामले पर ट्वीट कर अपनी बात रख रहे हैं। मंगलवार को उनके ट्विटर हैंडल से एक और ट्वीट पोस्ट हुआ जिसमें उन्होंने जेएनयू छात्र संघ की अध्यक्ष आइशी घोष के खिलाफ मुकदमा दर्ज किए जाने का जिक्र किया। सोशल मीडिया पर जावेद अख्तर का ट्वीट वायरल हो गया है।
आइशी घोष के खिलाफ दर्ज हुई FIR
गौरतलब है कि घटना के दो दिन बाद ही छात्र संघ अध्यक्ष आइशी घोष के खिलाफ 5 जनवरी को हुई हिंसा के कुछ देर बाद ही दो एफआईआर दर्ज की गईं। आइशी पर सुरक्षाकर्मियों के साथ मारपीट और सर्वर रूम में तोड़फोड़ करने का आरोप लगा है। ये दोनों ही घटनाएं कैंपस में तोड़फोड़ और मारपीट से दो दिन पहले की थीं। शिकायत दिल्ली पुलिस ने दर्ज की, जिसपर वक्त रहते कार्रवाई ना करने के आरोप लग रहे हैं। इस मामले पर अब जावेद अख्तर ने ट्वीट कर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
The FIR against the president of JNUSU is totally understandable . How dare she stop a nationalist , desh Premi iron rod with her head . These anti nationals don’t even let our poor goons swing a lathi properly . They always put their bodies there . I know they love to get hurt .
— Javed Akhtar (@Javedakhtarjadu) January 7, 2020
जावेद अख्तर ने ट्वीट में कही ये बात
उन्होंने लिखा कि जेएनयूएसयू के अध्यक्ष के खिलाफ एफआईआर पूरी तरह से समझ में आती है। कैसे वह अपने सिर पर देश प्रेमी लोहे की छड़ के वार को झेलने की हिमाकत कर सकती थी। इन देशद्रोहियों ने हमारे बेचारे गुंडों को एक लाठी भी ठीक से नहीं चलाने दी। वे हमेशा अपने शरीर को आगे कर देते थे। मुझे पता है कि उन्हें चोट लगना पसंद है। जावेद अख्तर का यह ट्वीट अब सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है और कई यूजर्स ने अपनी प्रतिक्रिया भी दी है।
जेएनयू में लंबे समय से चल रहा प्रदर्शन
बता दें हॉस्टल फीस के खिलाफ जेएनयू में लंबे समय से प्रदर्शन चल रहा था। जेएनयू प्रशासन ने 1 से 5 जनवरी के बीच नए सत्र के लिए रजिस्ट्रेशन कराने का फैसला लिया था। लेफ्ट विंग से जुड़े छात्र संगठन इस फैसले का विरोध करते रहे और प्रशासन पर हॉस्टल फीस वापसी का दबाव बनाने लगे। इसी क्रम में छात्र सर्वर रूम तक पहुंच गए। जिसके बाद रविवार को उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गईं। दिलचस्प बात ये है कि कैंपस में शाम 6.30 पर नकाबपोश लोगों ने हमला किया जिसमें खुद आइशी भी घायल हो गईं।
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