महाशिवरात्रि पर रोशनी से जगमगाया श्रीनगर का एतिहासिक शंकराचार्य मंदिर, सोशल मीडिया पर तस्वीर वायरल
श्रीनगर। शुक्रवार को शिवरात्रि का पर्व धूमधाम से देशभर में मनाया गया। इस मौके पर जम्मू कश्मीर का शंकराचार्य मंदिर भी रोशनी से नहाया हुआ था। इस मंदिर की सजावट की फोटोग्राफ व्हाट्स एप से लेकर सोशल मीडिया के दूसरे प्लेटफॉर्म पर वायरल हो गई है। शंकराचार्य मंदिर घाटी का एतिहासिक मंदिर है और यहां पर दर्शन के लिए देश के कोने-कोने से श्रद्धालु हर वर्ष पहुंचते हैं। शिवरात्रि के मौके पर भी श्रद्धालु यहां पर पहुंचे और उन्होंने प्रार्थना की।
यह भी पढ़ें-दुनिया की सबसे बड़ी लैब में क्यों स्थापित की गई है शिव के नटराज रूप की मूर्ति?
डल झील के पास 1000 फीट की ऊंचाई पर मंदिर
शंकराचार्य मंदिर को जेयेश्टेश्वरा मंदिर भी कहते हैं। डल झील के करीब यह मंदिर 1,000 फीट की ऊंचाई पर गोपाद्री पर्वत पर स्थित है। शिवरात्रि के मौके पर इसका रंग देखते ही बन रहा था। दिन भर में मंदिर में पूजा हुई और मंत्रोच्चार किया गया तो शाम को यहां की रोशनी लोगों का ध्यान खींच रही थी। कई किलोमीटर दूर से ही शाम को इसकी रोशनी की चमक लोगों को लुभा रही थी। बताया जा रहा है कि भक्त देर रात तक यहां पर दर्शन के लिए पहुंच रहे थे। मंदिर के अंदर आदि शंकराचार्य की मूर्ति भी रखी हुई है। मंदिर को फूलों से सजाया गया था और सुबह यहां पर खास पूजा की गई थी। मंदिर की फोटो को सबसे पहले किरण बेदी ने ट्वीट किया था। इसके बाद इसे कई हजार बार री-ट्वीट किया गया था।
After decades of darkness, Shankrcharya Shiv ji Temple near Srinagar- lit up for Mahashivratri.
— Kiran Bedi (@thekiranbedi) February 21, 2020
(Sent by a friend) Om Namo Shivaya l pic.twitter.com/vFuJu9lExY
कश्मीरी पंडितों को दी गईं शुभकामनाएं
इस मंदिर के करीब स्थित दूसरे मंदिर जैसे हनुमान मंदिर और गणपत्यार मंदिरों में भी सजावट की गई थी। टूरिस्ट्स के अलावा सुरक्षाबल के जवानों ने भी मंदिर में जाकर पूजा की। सुबह से ही मंदिर में भीड़ थी। मंदिर के पुजारी राकेश भान शास्त्री ने कहा, 'शिवरात्रि के मौके पर तड़के ही श्रद्धालुओं का आना शुरू हो गया था। भारी मात्रा में स्थानीय श्रद्धालु पर्यटकों के साथ आए थे और उनके साथ सुरक्षाबल के जवान भी मंदिर पहुंचे थे।' उन्होंने कहा कि सभी ने शिवरात्रि के पावन मौके पर कश्मीर में शांति के लिए प्रार्थना की। सुबह से ही मंदिर के बाहर भगवान शिव की आराधना के लिए लोगों की भीड़ थी। कश्मीरी पंडितों को भी इस मौके पर शुभकामनाएं दी गईं।