घाटी में कुछ बड़ा होने की संभावना पर राज्यपाल सत्यपाल मलिक का बड़ा बयान
नई दिल्ली। पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारत लगातार पाकिस्तान के खिलाफ घेरेबंदी में जुटा है, माना जा रहा है कि पाक के खिलाफ भारत बड़ी कार्रवाई करने की तैयारी कर रहा है। घाटी में जिस तरह से 10000 अतिरिक्त जवानों को भेजा गया, तमाम अलगगाववादी नेताओं की सुरक्षा को वापस लिया गया और कई लोगों को गिरफ्तार किया गया है, उसने इस बात के स्पष्ट संकेत दिए हैं कि कुछ बड़ा होने जा रहा है। हालांकि जम्मू कश्मीर के राज्यपाल ने इससे खारिज करते हुए कहा कि घबड़ाने की जरूरत नहीं है।
चुनाव
के
मद्देनजर
बढ़ी
सुरक्षा
जम्मू
कश्मीर
के
राज्यपाल
सत्यपाल
मलिक
ने
कहा
कि
घाटी
में
जवानों
की
आमद
बढ़ने
से
घबराने
की
जरूरत
नहीं
है
क्योंकि
जवानों
की
अतिरिक्त
तैनाती
आगामी
चुनावों
के
मद्देनजर
की
जा
रही
है,
उन्होंने
किसी
भी
तरह
की
युद्ध
की
संभावना
से
इनकार
किया
है।
पिछले
कुछ
घंटों
में
अलगाववादी
नेताओं
के
खिलाफ
कार्रवाई
बढ़ी
है
और
घाटी
में
लड़ाकू
विमान
और
हेलीकॉप्टर
के
मूवमेंट
भी
बढ़े
हैं,
जिससे
इस
बात
के
संकेत
मिल
रहे
हैं
कि
घाटी
में
पाकिस्तान
के
खिलाफ
कुछ
होने
जा
रहा
है।
चुनाव आयोग की टीम आ रही
बता दें कि अनुच्छेद 35ए पर भी सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होने जा रही है, इस अनुच्छेद के तहत जम्मू कश्मीर के लोगों को यहां का स्थायी नागरिक माना गया है और देश के अन्य हिस्से के लोगों को यहां जमीन खरीदने की इजाजत नहीं है। मोदी सरकार ने पहले ही इस अनुच्छेद के खिलाफ अपना रुख साफ कर दिया है कि वह इसे हटाने के पक्ष में हैं। लेकिन राज्यपाल मलिक ने इसे अफवाह करार देते हुए कहा कि ऐसा कुछ नहीं होने जा रहा है, अफवाह को खबर का नाम दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि किसी भी तरह घबड़ाने की जरूरत नहीं है। कश्मीर में चुनाव आयोग की छह सदस्यीय टीम आ रही है, इस दौरान वह सुरक्षा व्यवस्था को लेकर बातचीत करेंगे।
लोगों को घबड़ाने की जरूरत नहीं
सत्यपाल मलिक ने कहा कि कुछ भी बड़ा नहीं होने जा रहा है। अनुच्छेद 35ए कोर्ट में है, ऐसे में सरकार इसपर कोई कदम कैसे उठा सकती है। इसको लेकर लोगों के बीच सिर्फ अफवाहें हैं, जबकि इसमे कोई सच्चाई नहीं है। लिहाजा लोगों को घबड़ाने की जरूरत नहीं है।
बढ़ी हलचल
बता दें कि गौरतलब है कि घाटी में मौजूदा समय में सीएपीएफ के कुल 65000 जवान तैनात में हैं, जिसमे सीआरपीएफ, बीएसएफ, एसएसबी, आईटीबीपी के जवान तैनात हैं, इसके अलावा जम्मू कश्मीर की पुलिस भी घाटी में सुरक्षा मुहैया करा रही है। भारत के तल्ख तेवरों को देखते हुए पाकिस्तान ने सीमा पर स्थित गांवों को खाली कराना शुरू कर दिया है। गृह मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि सीआरपीएफ की 45 कंपनियों, 35 बीएसएफ, 10 एसएसबी, 10 आईटीबीपी कंपनियों को घाटी में अतिरिक्त सुरक्षा मुहैया कराने के लिए भेजा गया है।
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