Jaipur Literature Fest: 'द वेक-अप कॉल' के लेखक ने महामारी के प्रभावों पर की चर्चा
नई दिल्ली। शुक्रवार, 19 फरवरी से शुरू होने वाले दुनिया के सबसे बड़े साहित्यिक शो 'जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल' के 14वें संस्करण का लोगों को बेसब्री से इंतजार है। जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल विचारों का एक शानदार संगम हैं जहां, दुनिया के महान लेखक, विचारक, राजनीतिज्ञ, बिजनेस लीडर्स, खेल जगत से बड़े जानकर, मनोरंजन जगत की बड़ी हस्तियां और मानवतावादी सभी एक मंच पर इकट्ठे होते हैं। इस कार्यक्रम के माध्यम से अलग-अलग क्षेत्रों की जानी-मानी हस्तियां तर्क-वितर्क और संवाद से स्वतंत्रतापूर्वक अपने विचार प्रकट करेंगीं।
हमें यह बताने में बेहद गर्व महसूस हो रहा है कि जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल, 2021 में इस वर्ष 'डेलीहंट और वनइंडिया' लाइव स्ट्रीमिंग पार्टनर और डिजिटल मीडिया पार्टनर की भूमिका निभा रहे हैं। इस बार के कार्यक्रम में दुनियाभर के विचारक और लेखक कोरोना वायरस महामारी पर चर्चा करेंगे। कार्यक्रम शुरू होने से पहले ब्लूमबर्ग के एडिटर-इन-चीफ और 'द वेक-अप कॉल' किताब के लेखक जॉन मिकलेथवेट ने कोरोना वायरस महामारी पर चर्चा की। उन्होंने महामारी से उत्पन्न समस्याओं से निपटने के प्रयासों पर भी बातचीत की।
द हिंदू की डिप्लोमैटिक और नेशनल एडिटर सुहासिनी हैदर के साथ बातचीत में जॉन मिकलेथवेट ने कहा, महामारी काल ने हमें कोरोना वायरस के खिलाफ खड़ी अच्छी सरकार और बुरी सरकार का गवाह बनाया। चीन ने हमेशा एक मिलियन (10 लाख) संक्रमितों पर तीन मरीजों की मौत का दावा किया, जबकि अमेरिका में प्रति 1,400 पॉजिटिव मामलों पर तीन मौतें दर्ज की गईं। यहां पर दिलचस्प बात यह है कि अगर, आंकड़ों की कल्पना करें तो चीन 10 मौतों में से 9 को छिपा रहा है।
जॉन कहते हैं, ऐसा कहा जाता है कि अमेरिकी स्वास्थ्य सेवा को बूढ़े और अमीर लोगों के लिए बनाया गया था। गरीबों के लिए, महामारी काल जोखिम भरा और कठिन बन गया। एक शब्द में कहें तो हां, डोनाल्ड ट्रंप ने बड़ी गलतियां कीं और ऐसी नीतियों की खामियां कभी भी सामने आ जाती हैं। जॉन ने आगे कहा, अभी और अधिक शोध होने की जरूरत है और मान लें कि चीन लोगों को वायरस की उत्पत्ति के बारे में बताने से हिचक रहा है। एक देश के लिए यह बेहद शर्मनाक बात है और इसका मतलब यह है कि ऐसी समस्या से बाहर निकलना बहुत कठिन होने वाला है।
अंत में जॉन मिकलेथवेट ने कहा कि सरकार को हालात को फिर से पहले जैसा व्यवस्थित करने के लिए ज्यादा खर्च करना पड़ेगा, जो कि अच्छी बात नहीं है। इससे सरकारें कर्ज में डूब जाएगीं जो अंत में देश के लिए समस्या का कारण बनेगा। आपको बता दें कि इस वर्ष जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल, 2021 का आयोजन जयपुर के खूबसूरत होटल डिग्गी पैलेस में किया जा रहा है। जहां 1000 से अधिक प्रतिष्ठित लेखक और चिंतक अपने विचार साझा करेंगे।
फेस्टिवल प्रोड्यूसर ने घोषणा की है कि लिटरेचर फेस्टिवल 19 से 21 फरवरी और फिर दूसरे दौर में 26-28 फरवरी तक चलेगा। फेस्टिवल के लाइव वर्चुअल सेशन में कई थीम और लेख प्रसारित किए जाएंगे, जो दुनियाभर के दर्शकों को आकर्षित करेगा। इस फेस्टिवल के जरिए दुनियाभर के कुछ महान लेखकों, विचारकों और वक्ताओं की विशेषता के साथ-साथ परिवर्तनकारी दृष्टिकोण और साहित्यिक विचारधारा को एक मंच पर लाने की कोशिश की जाएगी। ये हस्तियां इस साहित्य उत्सव के जरिए लिटरेचर का जादू फैलाएंगे।