
चीन से आगे निकल जाएगी भारत की कामकाजी आबादी, वैश्विक स्तर पर 58 शीर्ष कंपनी के CEO भारतीय: वित्त मंत्री
नई दिल्ली, 11 सितंबर: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी डिजाइन और विनिर्माण संस्थान कांचीपुरम के दीक्षांत समारोह में शनिवार को मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुईं। अपने संबोधन के दौरान उन्होंने कहा कि भारत की उच्च शिक्षा ने दुनिया में सबसे अच्छे कंपनी एक्जीक्यूटिव का निर्माण किया है। उन्होंने आगे कहा कि भारत में अनुकूल पारिस्थितिकी तंत्र को स्वीकार किया है।

एसएंडपी (स्टैंडर्ड एंड पूअर्स) की शीर्ष 500 कंपनियों की सूची में भारतीय सीईओ की संख्या संयुक्त राज्य अमेरिका के आंकड़े के तुरंत बाद है। वित्त मंत्री ने कहा कि मैं कुछ ऐसा कह रही हूं, जिसके बारे में आप सभी पहले से ही जानते होंगे। वैश्विक स्तर पर 58 शीर्ष कंपनी के सीईओ मूल रूप से भारतीय हैं। वे 11 ऐसी कंपनियों में हैं, जो बहुराष्ट्रीय कंपनियां हैं।
सिलिकॉन वैली के 25 प्रतिशत स्टार्टअप भारतीयों द्वारा प्रबंधित
इसका मतलब यह नहीं है कि हमें अपनी शिक्षा प्रणाली पर काम नहीं करना है। हमें इस तरह के कारनामों को जारी रखने के लिए सिस्टम को बनाए रखना होगा। गूगल के सुंदर पिचाई से लेकर ट्विटर के पराग अग्रवाल तक भारतीय मूल के कई अधिकारी हैं जो शीर्ष पर बने हुए हैं। सिलिकॉन वैली के 25 प्रतिशत स्टार्टअप भारतीयों द्वारा प्रबंधित किए जाते हैं। अपने कॉलर को गर्व के साथ उठाएं।
'यह तभी संभव होता है जब...'
संयुक्त राष्ट्र की जनसंख्या 2019 के आंकड़ों का हवाला देते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि भारत की कामकाजी आबादी 2028 में चीन से आगे निकल जाएगी। इससे देश के सकल घरेलू उत्पाद में योगदान करने में मदद मिलेगी। उन्होंने आगे कहा कि यह तभी संभव होता है जब उन्हें प्रशिक्षित किया जाता है और समान अवसर दिए जाते हैं।
यह भी पढ़ें- यूक्रेन संघर्ष के बीच रूस से तेल आयात में 6 गुना वृद्धि, वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने बताई वजह