जम्मू कश्मीर: 25,000 जवानों की तैनाती के बाद IAF का सबसे बड़ा एयरक्राफ्ट सी-17 कर रहा CRPF जवानों को एयरलिफ्ट
श्रीनगर। जम्मू कश्मीर में माहौल तेजी से बदल रहा है और केंद्र सरकार की ओर से 28,000 जवानों की मौखिक आदेश के बाद स्थितियों के बारे में कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। इस बीच खबर आ रही है कि ग्लोबमास्टर सी-17 की मदद से जवानों का एयरलिफ्ट किया जा रहा है। पिछले दिनों एनएसए अजित डोवाल घाटी का दौरा करके लौटे हैं और तब से ही घाटी के हालात तेजी से बदल रहे हैं। कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं और ज्यादातर लोग इस बात की संभावना जता रहे हैं कि केंद्र सरकार 35ए पर कोई बड़ा फैसला ले सकती है।
यह भी पढ़ें-कश्मीर पर भारत की डोनाल्ड ट्रंप को दो टूक, सिर्फ पाकिस्तान से ही होगी चर्चा
सरकार ने IAF को दिए निर्देश
सरकार की ओर से आईएएफ को सी-17 ग्लोबमास्टर की मदद से सीआरपीएफ और दूसरे पैरामिलिट्री फोर्सेज के जवानों को एयरलिफ्ट करने के लिए कहा गया है। न्यूज एजेंसी एएनआई की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक कश्मीर घाटी में जवानों की तेजी से तैनाती के मकसद से सरकार की ओर से यह फैसला किया गया है। सिर्फ इतना ही नहीं केंद्र सरकार की तरफ से सेना और एयरफोर्स को हाई अलर्ट पर रहने को कहा गया है।
दुनिया का सबसे बड़ा कार्गो एयरक्राफ्ट
आईएएफ का सी-17 ग्लोबमास्टर दुनिया का सबसे बड़ा कार्गो एयरक्राफ्ट है। ग्लोबमास्टर कारगिल, लद्दाख और वेस्टर्न बॉर्डर पर स्थित बाकी कठिन जगहों पर आसानी से लैंड कर सकता है। यह एयरक्राफ्ट एक साथ 150 से ज्यादा जवानों को एयरलिफ्ट कर सकता है। साथ ही इसमें एक बार मं 42,000 किलोमीटर से ज्यादा ऊंचाई पर उड़ान भरने की क्षमता है। इसके अलावा यह एयरक्राफ्ट तीन हेलीकॉप्टरों और दो ट्रकों को भी एयरलिफ्ट कर सकता है।
गृह मंत्रालय आतंरिक सुरक्षा के बाद फैसला
गृह मंत्रालय की तरफ से घाटी में अतिरिक्त ट्रूप्स की तैनाती से जुड़ी रिपोर्ट्स पर प्रतिक्रिया दी गई है। मंत्रालय ने कहा है कि 100 कंपनियों की तैनाती का आदेश करीब एक हफ्ते पहले दिया गया था। यह प्रक्रिया जारी है और कंपनियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाया जा रहा है। गृह मंत्रालय ने कहा है कि आंतरिक सुरक्षा स्थिति, ट्रेनिंग की जरूरतों, पैरामिलिट्री जवानों के रोटेशन ताकि उन्हें आराम मिल सके और ऐसी वजहों के चलते ट्रूप्स का इंडक्शन और डी-इंडक्शन एक आम प्रक्रिया है।
पिछले हफ्ते तैनात हुए 10,000 जवान
घाटी में पिछले ही हफ्ते 10,000 अतिरिक्त जवानों की तैनाती का आदेश दिया गया था। लेकिन बुधवार को 25,000 से ज्यादा जवानों की तैनाती के मौखिक आदेश ने हलचलें तेज कर दी हैं। सूत्रों की ओर से बताया गया है कि घाटी में करीब 280 कंपनियों की तैनाती के आदेश दिए गए हैं। वहीं इंडिया टुडे ने सूत्रों के हवाले से लिखा है कि सरकार के किसी फैसले या फिर किसी कार्यक्रम की वजह से विरोध प्रदर्शन को रोकने के मद्देनजर ऐसा कदम उठाया गया है।