तेल के आयात पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ईरान के मंत्री को दिया स्पष्ट संदेश
नई दिल्ली। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने मंगलवार को अपने ईरानी समकक्ष जवाद जारीफ से मुलाकात की। जवाद ऐसे समय में दिल्ली पहुंचे हैं जब अमेरिका की तरफ से ईरान से तेल की खरीद पर भारत को दी गई छूट चुनावों के बाद खत्म करने का ऐलान कर दिया गया है। सुषमा ने जारीफ के साथ मुलाकात में उन्हें यह साफ कर दिया है कि भारत, ईरान से तेल आयात का फैसला लोकसभा चुनावों के बाद ही लेगा। इस सारे घटनाक्रम से अवगत सूत्रों की ओर से यह जानकारी दी गई है।
चुनावों के बाद होगा कोई फैसला
दोनों के बीच मुलाकात में ईरान से तेल की खरीद और क्षेत्र में होने वाले घटनाक्रमों पर उसके रवैये पर चर्चा हुई। इसके अलावा ईरान और अमेरिका के बीच ज्वॉइन्ट कॉम्प्रहेन्सिव प्लान ऑफ एक्शन (जेसीपोओ) या ईरान के साथ हुई परमाणु डील पर भी स्वराज ने चर्चा की। जारीफ सोमवार को दिल्ली पहुंचे हैं। उनका यह दौरा पहले तय नहीं था। उनके इस दिल्ली दौरे का मकसद अमेरिका-ईरान प्रतिबंधों के संबंध में भारत का समर्थन हासिल करना है। वह पिछली बार जनवरी में भारत आए थे। जारीफ का वर्तमान दौरा, उनके अनुरोध पर बहुत ही कम समय में आयोजित किया गया है।
जारीफ ने जब सुषमा के सामने ईरान से होने वाले तेल आयात का मुद्दा उठाया तो स्वराज ने उनके सामने भारत की स्थिति को स्पष्ट कर दिया। सुषमा ने जारीफ से साफ-साफ कहा कि देश में जारी चुनावों के बाद ही कोई फैसला लिया जाएगा। साथ ही इस पूरे मसले में देश के व्यावसायिक हितों के अलावा ऊजा सुरक्षा और आर्थिक हितों को भी ध्यान में रखा जाएगा। अमेरिका ने दो मई को ऐलान किया था कि दो छूट उसने कुछ देशों को दी हुई है वह अब खत्म कर दी जाएगी। ईरान, भारत को सबसे ज्यादा तेल निर्यात करने वाला देश है। ईरान से होने वाले तेल आयात की वजह से 23.6 मिलियन टन तेल की जरूरत पिछले वर्ष पूरी हो सकी थी।
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