पाक के आरोपों पर भारत के इन 5 जवाब से तिलमिलाया 'टेररिस्तान'
पाकिस्तान को भारत की दो टूक, आतंक को पनाह देने वाले मानवाधिकार पर लेक्चर ना दें, पाकिस्तान को बताया टेररिस्तान, आतंकियों का पनाहगार है पाकिस्तान
न्यूयॉर्क। यूएन की महासभा में जिस तरह से पाकिस्तान ने भारत पर कश्मीर में वार क्राइम का आरोप लगाया, उसके बाद भारत ने पाकिस्तान को यूएन में जबरदस्त जवाब दिया। भारत ने पाकिस्तान के आरोपों पर जवाब देते हुए पाक को टेररिस्तान करार दिया है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहिद खाकन अब्बासी के जवाब में भारत ने कहा कि बहुत छोटे से इतिहास में पाकिस्तान आतंक का पर्यायवाची बन गया है। भारत ने पाकिस्तान के आरोपों का इतना करारा जवाब दिया है जिसके बाद पाकिस्तान का तिलमिलाना लाजमी है, भारत की ओर से पाक को दिए गए पांच बड़े तिलमिलाने वाले जवाब हम आपके सामने रख रहे हैं जो भारत ने यूएन में दिया है।
इसे भी पढ़ें- आतंकवाद के आरोप पर किया सवाल, पाक के विदेश मंत्री ने कहा थैंक्यू
ओसामा, मुल्ला उमर को शरण देने वालों दुुनिया जानती है
जो देश ओसामा बिन लादेन, मुल्ला उमर जैसे आतंकियों को शरण देता है वह खुद को आतंकवाद से पीड़ित देश कहलाने की हिम्मत नहीं कर सकता है और ना ही खुद को आतंक से पीड़ित कह सकता है। अभी तक पाकिस्तान के जितने भी पड़ोसी हैं वह इस बात से वाकिफ हैं कि कैसे आतंक के मुद्दे को भटकाया जा रहा है और कैसे धोखा देकर, तथ्यों को तोड़-मरोड़कर, कपट के सहारे दूसरे नजरिया सामने रखा जा रहा है। यह सदन इस बात को जानता है कि कैसे पाकिस्तान कम समय में ही आतंकवाद का पर्याय बन गया है। एक जमीन की के लिए पाकिस्तान आतंकवाद की जमीन बन गया है। अब पाकिस्तान टेररिस्तान बन गया है, यह आतंकियों की इंडस्ट्री बन गया है, जोकि दुनियाभर में आतंक फैलाते हैं।
सेना के इलाके में आतंकियों को दी जाती है पनाह
पाकिस्तान की मौजूदा स्थिति का आंकलन इससे लगाया जा सकता है कि हाफिज मोहम्मद सईद और उसके संगठन लश्कर-ए-तैयबा जिसे यूएन ने आतंकी संगठन घोषित किया है अभी भी पाकिस्तान में सक्रिय है और राजनीति में कदम रखने जा रहा है। यह ऐसा देश है जिसकी आतंक के खिलाफ नीति यह है कि आतंकवाद ही इसकी मुख्य नीति है, जहां आतंकियों को पनाह दी जाती है। यहां वैश्विक आतंकियों को सैन्य ठिकानों में पनाह दी जाती है और उन्हें राजनीतिक शरण भी दी जाती है।
जम्मू कश्मीर भारत का हिस्सा है और रहेगा
कोई भी इस बात से इनकार नहीं कर सकता है कि पाकिस्तान पड़ोसी देश में आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए आतंकियों को लालच देता है और उनका इस्तेमाल करता है। जहां तक भारत की बात है तो पाकिस्तान को इस बात को समझना होगा कि जम्मू कश्मीर भारत का हिस्सा है और हमेशा भारत का हिस्सा रहेगा। फिर चाहे पाकिस्तान कितना भी सीमापार आतंकवाद को बढ़ावा दे, वह कभी भी भारत की क्षेत्रीय अखंड़ता को तोड़ नहीं सकता है।
अपने किए का फल भुगत रहा पाक
हमने सुना है कि पाकिस्तान कह रहा है कि वह आतंक के खिलाफ कार्रवाई कर रहा है। लेकिन पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर करोड़ों डॉलर हासिल किए हैं और उसे सेना को मजबूत करने, आतंकवाद को बढ़ावा देने में इस्तेमाल किया है, ऐसे में वह अब पाकिस्तान यह कह रहा ह कि वह उसे आतंक को पनाह देना काफी महंगा पड़ रहा है। लेकिन हम कहना चाहते हैं कि दूसरे देशों में गंदगी फैलाने वाला अब इसके दुष्परिणाम भुगत रहा है।
पाकिस्तान जैसे देश से लेक्चर की जरूरत नहीं
पाकिस्तान में आतंकी आराम से सड़कों पर घूमते हैं और उन्हें किसी भी तरह की सजा से मुक्ति मिली हुई है। हमने पाकिस्तान के भारत में मानवाधिकार पर भाषणबाजी को भी सुना है, हम कहना चाहते हैं कि दुनिया को लोकतंत्र पर ऐसे देश के भाषण की जरूरत नहीं है जो खुद एक विफल देश है और दूसरे देशों के चंदे पर चलता है। आतंकवाद के क्षेत्र में पाकिस्तान की वैश्विक भूमिका की कोई देश तुलना नहीं कर सकता है, पाकिस्तान को सिर्फ यही सलाह दी जा सकती है कि वह अपने छवि को बदले जिसका पूरी दुनिया को खामियाजा भुगतना पड़ रहा है।