कोरोना काल में जब देश के अंदर बढ़े मौत के आंकड़े, उसी समय यूपी समेत इन राज्यों में दर्ज हुईं कम मौतें- रिपोर्ट
नई दिल्ली, मई 11। कोरोना महामारी के दौरान संक्रमण से होने वाली मौतों के आंकड़े को लेकर देश में खूब सियासत हो रही है। विपक्ष ने कई बार सरकार पर गलत आंकड़े पेश करने और मौत के सही आंकड़ों को छिपाने का आरोप लगाया है, लेकिन इन सबके बीच नागरिक पंजीकरण सिस्टम (सीआरएस) की एक रिपोर्ट में चौंकाने वाली बात सामने आई है। दरअसल, सीआरएस ने कुछ आंकड़े पेश किए हैं। इन आंकड़ों के मुताबिक, कोरोना महामारी के दौरान उत्तर प्रदेश में मौतों की संख्या में गिरावट देखी गई, जो कि हैरानी वाली बात है।
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यूपी में कैसे घटी मौतों की संख्या
CRS के आंकड़े थोड़ा हैरान इसलिए करते हैं, क्योंकि जिस वक्त देश के अंदर कोरोना महामारी की वजह से मौत के आंकड़े बढ़ रहे थे तो ऐसे में उत्तर प्रदेश में यह कम कैसे हो सकते हैं। सीआरएस के आंकड़े बताते हैं कि साल 2020 में कोरोना की वजह से उत्तर प्रदेश में 8.73 लाख मौतें दर्ज की गईं, जबकि इससे एक साल पहले यानि कि 2019 में यूपी के अंदर 9.44 लाख मौतें दर्ज हुईं। 2019 में कोरोना संक्रमण देश में नहीं आया था। ऐसे में हैरानी वाली यही है कि कोरोना संक्रमण की वजह से जब देश में मौत का आंकड़ा था तो फिर यूपी में यह कैसे हो सकता है?
तेलंगाना में 2019 के मुकाबले 11 प्रतिशत कम हुईं मौतें
सीआरएस की रिपोर्ट बताती है कि सिर्फ यूपी में ही नहीं बल्कि कई और बीजेपी शासित राज्यों के अंदर मौत के आंकड़ों में गिरावट देखी गई। रिपोर्ट के अनुसार, केरल, तेलंगाना, उत्तराखंड और दिल्ली में भी 2019 के मुकाबले 2020 में कोरोना से होने वाली मौतों की संख्या में गिरावट आई है। प्रतिशत में देखें तो तेलंगाना में 2019 के मुकाबले 2020 में मौत के आंकड़ों में 11 प्रतिशत की गिरावट हुई, जबकि यूपी में 7.5 प्रतिशत की गिरावट देखी गई।