लद्दाख में चीन को जवाब देने के लिए रेडी IAF, 10 आकाश मिसाइलों का टेस्ट
नई दिल्ली। भारत और चीन के बीच पिछले आठ माह से पूर्वी लद्दाख में तनाव जारी है। लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) पर टकराव के बीच ही इंडियन एयरफोर्स (आईएएफ) ने देश में बने आकाश एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम का टेस्ट किया है। सूत्रों के मुताबिक पिछले दिनों एलएसी पर चीन की तरफ से कुछ हरकत देखी गई थी और इसके बाद भारत की तरफ से एयर डिफेंस सिस्टम को टेस्ट करने का फैसला किया है। वायुसेना ने स्पष्ट कर दिया है कि अगर चीन ने हवाई सीमा के जरिए एलएसी को पार करने की हिम्मत की तो भारत की तैयारियां पूरी हैं।
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दागी गईं 10 आकाश मिसाइलें
आईएएफ ने मंगलवार को आंध्र प्रदेश में वायु सेना स्टेशन सूर्यलंका में एक एक्सरसाइज के दौरान रूस की निर्मित कम दूरी की इग्ला मिसाइलों के साथ भारत में विकसित आकाश मिसाइल का परीक्षण किया। आईएएफ की तरफ से बताया गया है कि वाइस चीफ ऑफ एयर स्टाफ (वीसीएएस) एयर मार्शल एचएस अरोड़ा भी मंगलवार को एक्सरसाइज में मौजूद थे। उन्होंने इस अभ्यास को करीब से परखा। सूत्रों की तरफ से बताया गया है कि अभ्यास के दौरान करीब 10 मिसाइलें दागी गईं और इनमें सभी ने अपने लक्ष्य को निशाना बनाया. टकराव की स्थिति में आकाश मिसाइल हवा में दुश्मन के विमान को निशाना बनाने में सक्षम है। आकाश मिसाइल के साथ ही वायुसेना ने कंधे पर रखकर छोड़ी जाने वाली रूस में बनी इगला मिसाइल का परीक्षण किया। आपको बता दें कि यह दोनों ही सिस्टम इस पर पूर्वी एलएसी पर पूर्वी लद्दाख में तैनात हैं। इसका मतलब है कि दुश्मन की ओर से हवा में हरकत करने की थोड़ी सी भी कोशिश की गई तो वायुसेना इससे निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। इग्ला और आकाश दोनों ही सिस्टम इस समय पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर तैनात हैं। इसका मतलब है कि दुश्मन की ओर से हवा में हरकत करने की थोड़ी सी भी कोशिश की गई तो वायुसेना इससे निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है।
लगातार हो रहे मिसाइल परीक्षण
रक्षा सूत्रों की तरफ से बताया गया है कि 23 नवंबर से दो दिसंबर तक यह एक्सरसाइज आयोजित हुई थी और इसी दौरान मिसाइलों को दागा गया। एयर मार्शल अरोड़ा ने इस मौके पर एयर वॉरियर्स को संबोधित करते हुए भाग लेने वाली फाइटर स्क्वाड्रन को उनके कौशल के लिए शाबाशी दी। यह परीक्षण ऐसे समय में हुआ है जब कुछ दिनों पहले ही ब्रह्मोस मिसाइल को टेस्ट किया गया था। आईएएफ की तरफ से ब्रह्मोस का सफल परीक्षण किया था। भारत, लगातार पिछले करीब एक माह से मिसाइल परीक्षणों को अंजाम दे रहा है। चीन और पाकिस्तान दोनों की तरफ से जारी चुनौतियों के चलते भारत सेनाओं को लगातार मजबूत रखने के मकसद से तैयारियों को पूरा कर रहा है। नवंबर माह में सेना ने ब्रह्मोस का परीक्षण किया था। अंडमान-निकोबार में इसके बाद से वायुसेना और नौसेना ने भी परीक्षण को अंजाम दिया था।