India-China: NSA डोवाल कर सकते हैं चीनी विदेश मंत्री के साथ एक और वर्चुअल मीटिंग
नई दिल्ली। भारत और चीन के बीच सीमा से जुड़े मसलों पर शुक्रवार को एक और दौर वार्ता हो सकती है। सूत्रों की ओर से बताया गया है कि दोनों देशों के बीच राजनयिक स्तर की बातचीत वर्किंग मैकेनिज्म फॉर कंसलटेशन एंड को-ऑर्डिनेशन ऑन इंडिया-चाइना बॉर्डर अफेयर्स (डब्लूएमसीसी) के तहत होगी। आपको बता दें कि भारत और चीन के बीच पांच मई से पूर्वी लद्दाख में विवाद जारी है और इसे सुलझाने के लिए 30 जून को दोनों देशों के बीच कोर कमांडर स्तर की मीटिंग हुई थी। इसके बाद से सोमवार को दोनों देशों की सेनाओं का पीछे हटना जारी है।
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रविवार को हुई थी वीडियो कॉल
रविवार को भारत और चीन के बीच स्पेशल रिप्रजेंटेटिव (एसआर) तंत्र के तहत वार्ता हुई। चीन की तरफ से एसआर स्तर की वार्ता पर जोर दिया जा रहा था ताकि किसी अर्थपूर्ण निष्कर्ष के जरिए हालातों पर सकारात्मक तौर पर आगे बढ़ा जा सके। इसके बाद चीन के स्टेट काउंसिलर और विदेश मंत्री वांग वाई और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजित डोवाल के बीच एक मीटिंग तय की गई। डोवाल और वांग वाई के बीच रविवार को वीडियो कॉल हुई और दोनों ने दो घंटे तक हालातों पर चर्चा की। वांग और डोवाल साल 2018 और फिर साल 2019 में मिल चुके हैं। दिसंबर 2019 में दोनों की आखिरी बार मीटिंग हुई थी और दोनों ने तय किया था कि एक खुले माहौल में भारत-चीन के मुद्दों पर चर्चा होगी।
हालात सामान्य करने की कोशिशें
रविवार की वार्ता का नतीजा सोमवार को देखने को मिला जब पूर्वी लद्दाख में गलवान घाटी और दूसरी जगहों से पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी (पीएलए) के जवानों के पीछे हटने की खबरें आईं। इसके बाद चीन के स्टेट काउंसिलर और विदेश मंत्री वांग वाई और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजित डोवाल के बीच एक मीटिंग तय की गई। डोवाल और वांग वाई के बीच रविवार को वीडियो कॉल हुई और दोनों ने दो घंटे तक हालातों पर चर्चा की। भारत की तरफ से कहा जा रहा है कि राजनयिक और मिलिट्री चैनल्स की मदद से हालातों से सामान्य करने की कोशिशें की जा रही हैं। इसमें दोनों देशों के बीच बना वर्किंग मैकेनिज्म फॉर कंसलटेशन एंड को-ऑर्डिनेशन ऑन इंडिया-चाइना बॉर्डर अफेयर्स (डब्लूएमसीसी) भी शामिल हैं।