स्क्वाड्रन लीडर पत्नी ने वर्दी पहनकर दी शहीद पति को अंतिम विदाई, देखकर रो पड़े लोग
चंडीगढ़। जम्मू-कश्मीर के बडगाम जिले में एमआई-17 हेलीकॉप्टर हादसे में जान गंवाने वाले स्क्वॉड्रन लीडर सिद्धार्थ वशिष्ठ का पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया। उनका पार्थिव शरीर गुरुवार को वायुसेना के विमान से चंडीगढ़ उनके आवास लाया गया था और उनकी पत्नी आरती सिंह एयरफोर्स स्टेशन पहुंची थीं। शहीद की पत्नी स्कवाड्रन लीडर आरती वशिष्ठ ने भी पति को कंधा दिया। पिता जगदीश वशिष्ठ ने अपने 31 साल के शहीद बेटे को मुखाग्नि दी।
स्क्वाड्रन लीडर पत्नी आरती ने दिया कंधा
इससे पहले गुरुवार को शहीद सिद्धार्थ वशिष्ठ का पार्थिव शरीर दिल्ली और फिर चंडीगढ़ लाया गया। शहीद की पत्नी स्क्वाड्रन लीडर आरती वशिष्ठ वर्दी पहनकर पार्थिव देह को लेने के लिए पहुंचीं। इस दौरान वायुसेना के अधिकारी भी उनके साथ रहे हैं। यह नजारा देखकर वहां मौजूद हर शख्स के आंखों में आंसू आ गए थे। सिद्धार्थ वशिष्ठ की पत्नी आरती सिंह खुद भी स्क्वॉड्रन लीडर हैं। आरती भोपाल की रहने वाली हैं। सिद्धार्थ के दो साल का बेटा अंगद है।
शहीद के सम्मान में 21 तोंपों की सलामी भी दी गई
आरती ने अंतिम संस्कार से पहले अपने पति को श्रद्धांजलि दी। आरती इस दौरान अपनी यूनिफॉर्म में थीं। वह छुट्टी से वापस सरहद पर ड्यूटी के लिए जाने वाली थीं लेकिन उससे पहले उन्हें अपने पति के शहीद होने की खबर मिली। वायुसेना की ओर से स्कवाड्रन लीडर शहीद सिद्धार्थ को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। शहीद के सम्मान में 21 तोंपों की सलामी भी दी गई। सिद्धार्थ वशिष्ठ (31) और उनके परिवार की पिछली तीन पीढ़ियों ने सशस्त्र बलों के लिए सेवाएं दी हैं।
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आरती भी है कश्मीर में तैनात
सिद्धार्थ घर का एकलौता बेटा था। वहीं उनकी पत्नी आरती भी इंडियन एयरफोर्स में स्क्वाड्रन लीडर हैं। वह जम्मू-कश्मीर में ही तैनात हैं, लेकिन छुट्टियों पर थीं और गुरुग्राम स्थित अपने भाई के घर गईं हुईं थीं कि बॉर्डर पर तनाव के चलते उन्हें सेना ने वापस बुला लिया था। बुधवार को जम्मू-कश्मीर में तकनीकी कारणों से एमआई-17 हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया था। इसमें 6 एयरफोर्स जवान शहीद हो गए थे।
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