वायुसेना प्रमुख अरुप राहा बोले- 36 राफेल विमानों के अलावा 200 और फाइटर जेट की भारत को जरुरत
जल्द ही भारतीय वायुसेना प्रमुख के पद से रिटायर होने वाले अरुप राहा ने बुधवार को कहा कि भारत को 36 नहीं बल्कि 200 राफेल विमानों की जरूरत है। सिर्फ 36 राफेल विमान भारत की वायुसेना के लिए काफी नहीं है
नई दिल्ली। जल्द ही भारतीय वायुसेना प्रमुख के पद से रिटायर होने वाले अरुप राहा ने बुधवार को कहा कि भारत को 36 नहीं बल्कि 200 राफेल विमानों की जरूरत है। सिर्फ 36 राफेल विमान भारत की वायुसेना के लिए काफी नहीं हैं। उन्होंने कहा कि इस कमी को दूर करने के लिए भारत को कम से कम 200 राफेल विमान खरीदने होंगे। भारतीय वायुसेना के प्रमुख अरुप राहा 31 दिसंबर को रिटायर हो रहे हैं। आपको बताते चलें कि भारत ने फ्रांस के साथ 8.7 अरब डॉलर की डील कर चुका है। अरुप राहा ने इस मौके पर कहा कि भारत ने रुस के बने हुए इल्युशिन-78 टैकंर फ्लीट को शामिल किया था पर इसमें मेंटीनेंस की समस्याएं हैं। इसलिए रणनीतिक तौर फाइटर जेट प्लेन की रेंज को और ज्यादा किए जाने पर जोर दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अगले 5-10 वर्षों में भारत को 200 मध्यम वजन के फाइटर विमानों की जरूरत होगी। राहा ने कहा कि इसके लिए देश में ही नई प्रोडक्शन लाइन बनानी होगी।
उन्होंने राफेल विमानों की तारीफ करते हुए कहा कि इस विमान ने अपनी काबलियत को साबित किया है। अभी हमनें सिर्फ 36 विमानों की ही डील की है। पर हमें और ज्यादा विमानों की जरूरत है। भारत और फ्रांस ने 23 सितंबर, 2016 को राफेल विमानों को लेकर डील पर हस्ताक्षर किए थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी पेरिस यात्रा के दौरान वर्ष 2015 में इस समझौते के बावत घोषणा की थी। भारत को वर्ष 2019 से 2022 के बीच यह विमान मिलने की उम्मीद है। भारतीय वायुसेना पहले ही यह स्वीकार कर चुकी है कि पाकिस्तान और चीन को एक साथ जवाब देने के लिए हमारे पास पर्याप्त मात्रा में हथियार मौजूद नहीं हैं। आईएएफ को 42 फाइटर स्क्वाड्रन दिए गए हैं और उनके पास सिर्फ 33 फाइटर स्क्वाड्रन ही मौजूद हैं। इस दौरान अरुप राहा ने स्वीकार करते हुए कहा कि मेरे पूरे करियर की सबसे खराब यादें इसी साल मुझे मिली हैं। उन्होंने पठानकोट एयरबेस पर हुआ आतंकी हमला और एन-32 विमान का न मिल पाना। यह मेरी करियर की सबसे खराब यादें हैं।