शिवसेना नेता अरविंद सावंत ने केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने की घोषणा की
नई दिल्ली। शिवसेना सांसद अरविंद सावंत ने केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने का ऐलान कर दिया है। महज एक दिन पहले ही भाजपा ने महाराष्ट्र में सरकार बनाने से इनकार किया है। ऐसे में अब शिवसेना अन्य पार्टियों के साथ सरकार बनाने की तैयारी में है। शरद पवार की पार्टी एनसीपी ने समर्थन देने के लिए शिवसेना के सामने शर्त रख दी है।
एनसीपी ने कहा है कि हमारे समर्थन के लिए उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली पार्टी को पहले केंद्रीय राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) से अलग होना होगा। अरविंद सावंत ने इस बात की जानकारी ट्वीट कर दी है।
Union Minister of Heavy Industries and Public Enterprises & Shiv Sena MP Arvind Sawant: I am resigning from my ministerial post. pic.twitter.com/6UVYpXK6Sa
— ANI (@ANI) November 11, 2019
हाल ही में कांग्रेस नेता मिलिंद देवड़ा ने ट्वीट करते हुए कहा था कि महाराष्ट्र के राज्यपाल को एनसीपी-कांग्रेस को आमंत्रित करना चाहिए। क्योंकि ये दूसरा बड़ा गठबंधन है। उनके इस बयान के बाद कांग्रेस के ही नेता संजय निरूपम का बयान आया था। जिसमें उन्होंने कहा था कि महाराष्ट्र में कांग्रेस-एनसीपी सरकार केवल एक कल्पना है। अगर हम उस कल्पना को वास्तविकता में बदलना चाहते हैं, तो शिवसेना के समर्थन के बिना यह संभव नहीं होगा।
भाजपा ने सरकार बनाने से किया इनकार
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दरअसल भाजपा ने रविवार को साफ कर दिया है कि वह महाराष्ट्र में सरकार बनाने की कोशिश नहीं करेगी क्योंकि उसके पास संख्या बल नहीं है। जिसके बाद महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने शिवसेना को सरकार बनाने का न्योता दिया है। एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कहा कि अगर शिवसेना हमारा समर्थन चाहती है तो उन्हें इस बात की घोषणा करनी होगी कि उनका भजापा से कोई संबंध नहीं है और उन्हें एनडीए के साथ गठबंधन से अलग होना पड़ेगा। सभी मंत्रियों को केंद्र सरकार से इस्तीफा देना होगा।
हमे नहीं मिला कोई प्रस्ताव
नवाब मलिक का कहना है कि एनसीपी को शिवसेना की ओर से किसी भी तरह का प्रस्ताव सरकार के गठन के लिए समर्थन देने को लेकर नहीं मिला है। उन्होंने बताया कि अभी तक हमे शिवसेना की ओर से कोई प्रस्ताव नहीं मिला है। अंतिम फैसला कांग्रेस और एनसीपी एक साथ मिल कर लेंगे। जबतक शिवसेना एनडीए गठबंधन से अलग नहीं होती है, हम इंतजार करेंगे और प्रदेश के घटनाक्रम पर नजर बनाए रखेंगे। मलिक ने कहा कि अगर शिवसेना प्रस्ताव लेकर आती है तो उसके लिए कुछ शर्ते हैं।