
Hizbul-Ul-Mujahideen के आतंकी शौकत शेख को केंद्र ने आतंकी घोषित किया
नई दिल्ली, 04 अक्टूबर। Hizbul-Ul-Mujahideen: केंद्र सरकार ने आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन के चीफ लॉन्चिंग कमांडर शौकत अहमद शेख को यूएपीए के तहत आतंकी घोषित कर दिया है। शौकत अहमद पर आरोप है कि जम्मू कश्मीर में वह आतंकी घटनाओं में शामिल है। शौकत अहमद की बात करें तो उसका जन्म 1970 में जम्मू कश्मीर के बारामूला में हुआ था। शौकत अली गुलाम नबी शेख का बेटा है। गुलाम नबी शेख पाकिस्तान का निवासी है। शौकत पर घुसपैठ में मदद करने और आतंकियों को रिक्रूट करने का भी आरोप है। शौकत अली कई आतंकी हमलों में शामिल है, उसका नॉर्थ कश्मीर में काफी गहरा लिंक है।

गृह मंत्रालय ने यूएपीए एक्ट की धारा 35 के सेक्शन 1 के क्लॉज बी में दिए गए अधिकार का इस्तेमाल करते हुए शौकत अहमद शेख के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उसे आतंकी घोषित किया है। केंद्र सरकार का मानना है कि शौकत अहमद शेख उर्फ शौक मोची आतंकी घटनाओं में शामिल था, लिहाजा उसे यूएपीए के तहत आतंकी घोषित किया जाता है। गृह मंत्रालय के आदेश में कहा गया है कि हिजबुल मुजाहिदीन लिस्टेड आतंकी संगठन है, उसे पहले ही यूएपीए के तहत आतंकवादी संगठन घोषित किया जा चुका है।
हिजबुल मुजाहिदीन आतंकी संगठन है, इसका गठन 1990 में हुआ था। हिजबुल का गठन मोहम्मद एहसान डार ने किया था। 17 अक्टूबर 2016 में जम्मू कश्मीर में जाकिर मूसा को हिजबुल का कमांडर बनाया गया था। बुरहान वानी की मौत के बाद जाकिर मूसा को इसका कमांडर बनाया गया था। हिजबुल को भारत सहित संयुक्त राज्य, यूरोपीय संघ ने भी आतंकी संगठन घोषित कर रखा है। इस आतंकी संगठन का मुख्य लक्ष्य कश्मीर को भारत से अलग करके पाकिस्तान में मिला लेना है।