Triple Talaq Bill पर स्मृति ईरानी और डेरेक ओ ब्रायन से हुई तीखी नोक झोंक
नई दिल्ली। राज्य सभा में इंस्टैंट तीन तलाक के विधेयक को सेलेक्ट कमेटी में भेजने पर चर्चा के दौरान खूब हंगामा हुआ। इसी दौरान तृणमूल कांग्रेस के सांसद डेरेक ओ ब्रायन और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी में नोकझोंक हो गई। राज्यसभा में डेरेक ने कहा कि 'यह स्पष्ट है कि विपक्ष चाहता है कि महिला सशक्तिकरण हो लेकिन सरकार का स्टैंड एक्सपोज हो गया।' इस पर ईरानी ने जवाब दिया कि 'वास्तव में ऐसा नहीं है कि अगर आप वाकई चाहते हैं कि महिला सशक्तीकरण हो तो अभी चर्चा करिए।'
ईरानी ने कहा कि...
ईरानी ने कहा कि पिछले 2 दिनों से विपक्ष ने खुद को राज्य सभा में एक्सपोज किा है। बार-बार यह कहा गया है कि अगर तीन तलाक मुद्दे पर कोई मुद्दे बोलने की जरूरत है, तो उन मुद्दों को सदन पर चर्चा होगा। कांग्रेस और विपक्षी दल चर्चा से दूर क्यों भाग रहे हैं?
आज भाजपा का चेहरा उजागर हो गया
ईरानी ने कहा कि कांग्रेस के नेतृत्व वाले विपक्ष ने दोहरे मानकों को आज उजागर किया है और मुझे लगता है कि यह उनके लिए शर्म की बात है कि वे भारतीय मुस्लिम महिलाओं के लिए न्याय के इस रास्ते में बाधा डालने की कोशिश कर रहे हैं। वहीं डेरेक ने कहा कि आज भाजपा का चेहरा उजागर हो गया है, उनमेमहिलाओं को सशक्त बनाने की हिम्मत नहीं है।
कपिल सिब्बल बोले...
कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने कहा कि सरकार सदन में अलग थलग पड़ चुकी है, विपक्ष एक है और बिल को सेलेक्ट कमेटी को भेजा जाना चाहिए। कांग्रेस नेता और सदन में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि बिल सेलेक्ट कमेटी भेजा जाए। आजाद ने कहा कि तलाकशुदा के लिए कानून बने और पति को जेल भेजने का प्रावधान गलत है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार यह कहे कि पति को जले जाने पर वो परिवार को खर्च देगी तो समर्थन मिल सकता है।