कोई भी धर्म और भगवान ये नहीं कहते कि त्योहारों के लिए जान जोखिम में डालो: मंत्री हर्षवर्धन
नई दिल्ली। देश में अगले सप्ताह से नवरात्र की शुरुआत होने के साथ त्योहार का सीजन शुरू हो जाएगा। आने वाले दिनों में त्योहारों को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने लोगों से सतर्कता बरतने की अपील की है। केंद्रीय मंत्री ने लोगों से मास्क पहनने, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने समेत तमाम एहतियात बरतने का अनुरोध किया है। इसके साथ उन्होंने चेतावनी दी है कि, सर्दियों के सीजन में कोरोना वायरस का प्रकोप बढ़ेगा।
Recommended Video
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि, मेरा कर्तव्य है कि मैं अपने लोगों की रक्षा करूं। जीवन को बचाऊं और उन्हें खत्म न करूं। किसी भी धर्म में कोई भी धर्म आचार्य यह नहीं कहते कि लोगों के प्राण को खतरे में डालकर त्यौहार मनाया जाना चाहिए। कभी कोई भगवान यह नहीं कहते कि उनकी पूजा के लिए आप बड़े-बड़े पूजा पंडालों में जाने की जरूरत है। अपने विश्वास को साबित करने के लिए बड़ी संख्या में एकत्रित होने की आवश्यकता नहीं है। स्वयं प्रधानमंत्री जी ने त्यौहारों के मौसम को देखते हुए जन आंदोलन की शुरुआत की है।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि अगर आप और हम सब इस जन आंदोलन में अपनी जन भागीदारी दें तो निश्चित तौर पर त्योहारों को लेकर हमने जो दिशा निर्देश जारी किए हैं, वह खुद-ब-खुद जनता तक पहुंच जाएंगे। अगर हम लोगों को यह समझा पाने में कामयाब हुए तो समझ लीजिए यह पर्व त्यौहार भी खुशियों के साथ निकल जाएंगे। लेकिन यहां पर मैं एक बात और भी स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि अगर हमने अपने पर्व और त्योहारों के दौरान कोरोना से जुड़े आचार व्यवहार का अनुसरण करने में कोताही बरती तो कोरोनावायरस एक बार फिर विकराल रूप ले सकता है। हम सब के लिए बड़ी परेशानी का कारण बन सकता है। इसे आप मेरी चिंता भी समझें या सलाह लेकिन सच्चाई यही है।
हर्षवर्धन ने कहा कि, मैं लोगों से गुजारिश करना चाहूंगा कि आने वाले समय में पर्व और त्योहारों की एक लंबी श्रृंखला आने वाली है नवरात्रि, दुर्गा पूजा, दशहरा, करवा चौथ, दीपावली, छठ, भाई दूज, क्रिसमस जैसे कई पर्व हैं। अगर हम सब अपने इन त्योहारों पर मेक इन इंडिया वस्तुओं पर जोर दे सकें तो निश्चित रूप से अपने प्रधानमंत्री जी के आत्मनिर्भर भारत के सपने को आगे बढ़ाने का काम करेंगे। उन्होंने लोगों से कहा कि कोशिश करें पाश्चात्य परंपराओं से हटकर भारतीय परंपरा का अनुसरण करें।
उन्होंने कहा कि, कहा कि SARS Cov 2 एक रेस्पिरेट्री वायरस है और ऐसे वायरस को ठंड के मौसम में बढ़ने के लिए जाना जाता है। रेस्पिरेट्री वायरस ठंड के मौसम और कम आर्द्रता की स्थिति में बेहतर तरीके से पनपते हैं। एक और तथ्य है जिसे ध्यान में रखना आवश्यक है। सर्दियों के दौरान, आवासीय आवासों में भीड़भाड़ होती है। इससे मामले बढ़ सकते हैं।
भाजपा ने जारी की 46 उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट, तेजस्वी के खिलाफ उतारा सतीश यादव को