कुंभ मेला 2021:सीएम रावत बोले- हरिद्वार को वुहान बनाने का रिस्क नहीं ले सकते
Kumbh 2021: कुंभ मेले के लिए कोरोना गाइडलाइंस पर बोले सीएम रावत- ध्यान रखना बहुत जरूरी, ऐसा ना हो कि हरिद्वार वुहान बन जाए
नई
दिल्ली।
उत्तराखंड
के
मुख्यमंत्री
त्रिवेंद्र
सिंह
रावत
ने
कुंभ
मेले
को
लेकर
कहा
है
कि
कोरोना
महामारी
के
चलते
कुछ
सख्तियां
जरूरी
हैं।
उन्होंने
कहा
कि
ऐसा
जोखिम
नहीं
ले
सकते,
जिससे
हरिद्वार
के
वुहान
बन
जाने
का
खतरा
हो।
मुख्यमंत्री
ने
कहा
कि
देश
ने
एकजुटता
से
कोरोना
के
खिलाफ
लड़ाई
लड़ी
है
और
इसमें
सफलता
भी
मिली
है।
कोई
चूक
ना
हो
इसका
ध्यान
हमें
कुंभ
के
दौरान
भी
रखना
है।
केंद्र सरकार ने हाल ही में हरिद्वार में होने वाले कुंभ मेले के लिए एसओपी जारी की है। जिसमें कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं को अनिवार्य रूप से अपने साथ 72 घंटे पहले की कोविड निगेटिव रिपोर्ट लाने जैसे काफी सख्त नियम बनाए गए हैं। केंद्र की एसओपी जारी होने के बाद अब राज्य सरकार को अपने स्तर से दिशा-निर्देश जारी करने हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री ने भी साफ कर दिया है कि राज्य सरकार भी इस बार का कुंभ में ज्यादा लोगों को इजाजत नहीं देने वाली है।
मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि एक बार पहले भी हरिद्वार कुंभ में महामारी फैल चुकी है, तब हजारों लोगों की मृत्यु हो गई थी। कोई भी ऐसा काम नहीं होना चाहिए, जिससे जोखिम बढ़े। हरिद्वार में कुंभ मेले में तैनात किए जाने वाले सुरक्षा बलों और विभिन्न विभागों के कर्मचारियों के साथ स्थानीय व्यापारियों को भी कोविड-19 से सुरक्षा को टीके लगाए जाएंगे। राज्य सरकार की ओर से इसके लिए दो लाख अतिरिक्त कोरोना वैक्सीन की मांग केंद्र से की जाएगी।
उत्तराखंड के हरिद्वार में महाकुंभ मेले के आयोजन की संभावित तारीख 27 फरवरी से 30 अप्रैल तक है। इस दौरान बड़े स्नान पर्वों जैसे 27 फरवरी को माघ पूर्णिमा, 11 मार्च को महाशिवरात्रि, 21 अप्रैल रामनवमी पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। कुंभ के दौरान सामान्य दिनों में प्रतिदिन 10 लाख और स्नान पर्व के दिनों में 50 लाख लोगों के आने का अनुमान लगाया गया है।