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‘स्टैचू ऑफ यूनिटी’ के जरिये देश के सारे मुख्यमंत्रियों को मंच पर लाने की कोशिश
नई दिल्ली। देश के पहले उप प्रधानमंत्री और लौह पुरुष के नाम से विख्यात सरदार वल्लभ भाई पटेल की मूर्ती के अनावरण कार्यक्रम की गुजरात में बड़ी तैयारी चल रही है। 31 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 'स्टैचू ऑफ यूनिटी' का अनावरण करेंगे। इस कार्यक्रम में देश के हर एक राज्य के मुख्यमंत्री को बुलाने की बात की जा रही है। 31 अक्टूबर 2018 को सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती है।
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गुजरात सरकार उद्घाटन समारोह में शामिल होने के लिए बीजेपी शासित और गैर-बीजेपी शासित राज्यों सहित हर एक राज्य में एक टीम भेज रही है। गुजरात सरकार की ओर से सभी को निमंत्रण दिया जाएगा। ये उच्च स्तरीय टीम देश के हर मुख्यमंत्री से मुलाकात करेगी। इस टीम में एक सांसद और आठ विधायक हैं इनके अलावा एक आईएएस और एक आईपीएस अधिकारी भी टीम का हिस्सा हैं। अभी टीम ने औपचारिक रूप से त्रिपुरा के मुख्यमंत्री को 'स्टैचू ऑफ यूनिटी' के उद्घाटन कार्यक्रम में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया है।
'स्टैचू ऑफ यूनिटी' सरदार वल्लभ भाई पटेल की 182 मीटर ऊंची मूर्ती है। ये स्मारक सरदार सरोवर बांध से 3.2 किमी की दूरी पर साधू बेट नाम की जगह पर है जो कि नर्मदा नदी पर एक टापू है। ये मूर्ति करीब 20,000 वर्ग मीटर से अधिक स्थान को घेरेगी और इसके चारों ओर 12 वर्ग किमी की एक कृत्रिम झील होगी। रिपोर्ट्स के मुताबिक सरदार पटेल के पैर के पास दो लिफ्ट होंगी और ये ऊपर पटेल के सीने तक जाएंगी। यहां से सरदार सरोवर बांध का शानदार नजारा देखा जा सकेगा। ये दुनिया की सबसे ऊंची मूर्ति होगी और इसका निर्माण 31 अक्टूबर, 2014 को शुरू किया गया था। इसको बनाने का खर्च 2989 करोड़ रुपए बताया जा रहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने 2013 में गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए 'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' बनाने का ऐलान किया था।
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English summary
Gujarat government to invite all CMs of the country on inauguration of Statue of Unity
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