वीवीपैट पर्ची के ईवीएम वोटों से मिलाने की मांग को लेकर फिर सुप्रीम कोर्ट जाएगी कांग्रेस
नई दिल्ली। वीवीपैट मशीनों की पर्चियों की ईवीएम मशीनों के पेपर ट्रेल से मिलान को लेकर कांग्रेस एक बार फिर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएगी। गुजरात की कांग्रेस इकाई के सचिव ने सुप्रीम कोर्ट में गुहार लगाई थी कि चुनाव आयोग को यह निर्देश दिए जाएं कि कम से कम 25 फीसदी VVPAT मशीनों के पेपर ट्रेल ईवीएम मशीनों से मैच कराए जाएं। शुक्रवार को इस मामले पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कांग्रेस की अर्जी खारिज कर दी थी। कांग्रेस की ओर से इस मामले में कपिल सिब्बल और अभिषेक मनु सिंघवी अदालत में पक्ष रखा था। कांग्रेस ऐसी पहली पार्टी है जिसने यह मांग उठाई थी कि VVPAT के पेपर ट्रेल का मिलान EVM के वोटों से कराया जाए। अभिषेक मनु सिंघवी ने एक बार फिर से नई याचिका के साथ सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कही है।
कोर्ट ने कही थी भविष्य में रिट दाखिल करने की बात
कांग्रेस की याचिका पर शुक्रवार को कोर्ट ने कहा कि अभी चुनाव प्रक्रिया समाप्त नहीं हुई है ऐसे में याचिका पर फिलहाल विचार नहीं किया जा सकता। मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय पीठ ने गुजरात हाईकोर्ट के आदेश के खिलाफ दाखिल कांग्रेस पार्टी के गुजरात राज्य के प्रदेश सचिव की याचिका कहा कि पार्टी भविष्य में इस मुद्दे पर समग्र रिट याचिका दाखिल कर सकती है। ऐसे में अभिषेक मनु सिंघवी ने इशारा किया है कि चुनाव नतीजों के बाद ईवीएम को लेकर कांग्रेस फिर से सुप्रीम कोर्ट का रुख कर सकती है।
चुनाव आयोग के अधिकार क्षेत्र में हस्तक्षेप नहीं: सुप्रीम कोर्ट
सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को कहा था कि वो चुनाव आयोग के अधिकार के इस्तेमाल में हस्तक्षेप नहीं कर सकता। लोकतंत्र में चुनावी प्रक्रिया अत्यंत महत्वपूर्ण है और यह केवल एक पार्टी की आशंका को दूर करने के लिए हस्तक्षेप नहीं कर सकती है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि कांग्रेस की याचिका में कोई योग्यता नहीं मिल पाई है, और कहा कि गुजरात कांग्रेस चुनाव सुधारों के लिए एक याचिका दायर कर सकती है।
EVM में लगाातार मिली हैं गड़बड़ी की शिकायतें
गुजरात विधानसभा के दौरान कई जगहों से ईवीएम में गड़बड़ी की खबरें सामने आईं। पहले ही चरण में 800 से ज्यादा ईवीएम और वीवीपीएटी में गड़बड़ी पाई गई। सूरत में मतदान के दिन इसको लेकर काफी हंगामा भी हुआ। अधिकारियों के मुताबिक, पहले चरण के लिए 26,865 ईवीएम और 24,689 कंट्रोल यूनिट व वीवीपीएटी का आवंटन किया गया था। जिसमें 164 ईवीएम, 714 वीवीपीएटी और 225 कंट्रोल यूनिट में गड़बड़ी पाई जाने की खबर है। दूसरे चरण में भी कई जगहों पर ईवीएम में शिकायत पाई गईं। इससे पहले उत्तर प्रदेश निकाय चुनाव और विधानसभी चुनाव में भी ईवीएम पर सवाल उठाए गए थे।
VVPAT के पेपर ट्रेल की मिलान EVM के वोटों से कराए जाने संबंधी कांग्रेस की अर्जी SC में खारिज