Gujarat Assembly Election 2017: इस गांव में नहीं पड़ा एक भी वोट, कारण- 'बिपासा' है
गांधीनगर। गुजरात विधानसभा चुनाव में आज पहले चरण के मतदान के लिए वोटिंग हुई। इस दौरान 98 सीटों पर लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। हालांकि एक गांव ऐसा भी रहा जिसने वोटिंग का बहिष्कार कर दिया। मामला मोरबी जिले के गांव का है जहां एक भी मत नहीं पड़ा। यह लोगों ने मतदान का बहिष्कार इसलिए किया क्योंकि उन्हें 'बिपासा' नहीं मिला। दरअसल, यहां बिपासा का मतलब है बिजली, पानी और सड़क। मोरबी स्थित गजाड़ी गांव के कुछ हजार मतदाताओं ने इस बार मतदान बहिष्कार का फैसला किया। मतदाता अपने गांव में मूलभूत सुविधाओं के अभाव के विरोध में बहिष्कार किया।
गांव के लोगों की मुख्य शिकायत है पानी की कमी है और उनके गांव में सड़क नहीं है। ग्रामीणों को बिजली की अनियमित आपूर्ति पर भी परेशान है। अक्सर चुनावी दल आकर यहां वादे तो करते हैं लेकिन कभी यह वादा पूरा नहीं होता। एक मतदाता ने कहा कि - सुविधा नहीं तो वोट नहीं। एक अन्य मतदाता ने कहा कि वो किसी भी चुनावी प्रत्याशी को चुनौती दे रहे हैं कि अगर वो गांव में कहीं विकास हुआ हो तो दिखा दें। इस गांव में 1065 मतदाता पंजीकृत हैं जिसमें से 506 महिलाएं हैं।
वहीं इससे पहले सूरत, सौराष्ट्र और कच्छ में खराब EVM की शिकायत आई। बताया गया कि करीब 70 EVM सिर्फ सूरत के शहरी इलाकों में खराब पाएगा। इसे साथ ही कच्छ से 9, भुज में 9, रौपड़ अब्दासा में 1-1, अमरेली, रजौला और सावरकुंडला में 3-3 और मुंद्रा में 2 EVM खराब पाए गए।