Goa Assembly Election 2022: बीजेपी के लिए क्यों मुश्किल खड़ा कर रहा है बिचोलिम सीट
Goa Assembly Election 2022: बीजेपी के लिए क्यों मुश्किल खड़ा कर रहा है बिचोलिम सीट
नई दिल्ली, 18 जनवरी। गोवा विधानसभा चुनाव के लिए 14 फरवरी को मतदान होना है। चुनाव से पहले राजनीतिक पार्टियां उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर रही है। वहीं भारतीय जनता पार्टी के लिए बिचोलिम सीट मुश्किल का सबब बनता जा रहा है। इस सीट पर पार्टी को उम्मीदवार नहीं मिल रहे हैं, जहां इस सीट से पार्टी के मौजूदा विधायक राजेश पडणेकर ने चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया है तो वहीं जिन दो प्रत्याशियों को पार्टी इस सीट के लिए संपर्क कर रही थी, उन्होंने भी अपने पैर पीछे खींच लिए हैं।
विधानसभा चुनाव नहीं लड़ने का फैसला करते हुए राजेश पडणेकर ने कहा कि मैंने इस बारे में पार्टी को पूर्व सूचित कर दिया था कि स्वास्थ्य़ कारणों के चलते वो चुनाव नहीं लड़ सकेंगे। उन्होंने कहा कि पार्टी जिन भी उम्मीदवार को इस सीट से टिकट देगी, वो उसका पूरा समर्थन करेंगे, लेकिन फिलहाल तो स्थिति ये है कि बीजेपी इस सीट से अपने उम्मीदवार नहीं तलाश पा रही है।
राजेश पडणेकर द्वारा चुनाव नहीं लड़ने के फैसले के बाद बीजेपी ने दो निर्दलीय उम्मीदवारों से संपर्क किया। पार्टी की ओर से डॉ चंद्रकांत शेट्टी और महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी के नरेश सावल से संपर्क किया कि वो इस सीट से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ें, लेकिन उन्होंने भी इंकार कर दिया। हालांकि गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत इस बार की कोशिश कर रहे हैं कि नरेश सावल एमजीपी पार्टी छोड़कर बीजेपी ज्वाइन कर लें और इस सीट से बीजेपी की टिकट पर चुनाव लड़े। वहीं गोवा में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सदानंद शेट चाहते हैं कि चंद्रकांत शेट्टी बीजेपी में शामिल होकर इस सीट से चुनाव लड़े। हालांकि उन्होंने साफ शब्दों में इसेस इंकार कर दिया है और कहा है कि वो निर्दलीय ही चुनाव लड़ेंगे। अब स्थिति ऐसी है कि बीजेपी इस सीट से अपने लिए उम्मीदवार नहीं तलाश पा रही है। जब कोई उम्मीदवार नहीं मिला तो पार्टी का सहारा पूर्व जिला पंचायत मेंबर शिल्पा नाईक बनी है, जो इस सीट से बीजेपी की टिकट पर चुनाव लड़ेगी। आपको बता दें कि राजेश पडणेकर इस सीट से तीन बार से विधायक रहे हैं। सिर्फ साल 2012 में उन्हें हाल मिली थी। साल 2017 में बिचोलिम विधानसभा सीट से उन्होंने महाराष्ट्रवादी गोवंतक पार्टी के नरेश सावल को हराया था।