करोड़ों की संपत्ति छोड़ गए हैं जॉर्ज फर्नांडिस, जानें निजी जिंदगी से जुड़े फैक्ट्स
नई दिल्ली। जॉर्ज फर्नांडिस का 88 साल की उम्र में निधन हो गया। 3 जून 1930 को कर्नाटक के मैंगलोर में जन्मे जॉर्ज 6 भाइयों में सबसे बड़े थे। इतने बड़े परिवार में बचपन गुजारने वाले जॉर्ज अंतिम समय में अकेले थे। पिता जार्ज को पादरी बनाना चाहते थे, 16 साल की उम्र में उन्हें कैथोलिक पादरी बनने के लिए बैंगलोर की सेमिनरी में भेजा भी गया। यहां पर वह दो साल तक रहे और मुल्क आजाद होने के साथ ही वह यहां से भाग निकले। उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा, 'सेमिनरी से मेरा मन उचट गया था। मैं देखता कि पादरी की कथनी और करनी में बहुत फर्क है।' इसके बाद जॉर्ज बॉम्बे चले गए, यहां उन्होंने काफी कष्ट सहे, लेकिन स्वभाव से विद्रोही जॉर्ज ने अपने तेवर नहीं छोड़े। वह समाजवादी आंदोलन से जुड़ गए। जॉर्ज ने पहला बड़ा काम 1974 में रेल हड़ताल कराके किया। इस हड़ताल से उन्होंने सीधे इंदिरा गांधी को चुनौती दे डाली थी। राजनीति से इधर देखें तो जॉर्ज फर्नांडिस के निजी जीवन में भी काफी संघर्ष था। आमतौर पर लोगों के दुनिया से चले जाने के बाद संपत्ति की चर्चा होती है, लेकिन जॉर्ज के मामले में ऐसा नहीं था। उनके रहते भी कई बार संपत्ति का मसला उठा।
जॉर्ज फर्नांडिस की कुल संपत्ति 26 करोड़ की मानी जाती है
आउटलुक की रिपोर्ट के मुताबिक, जॉर्ज फर्नांडिस की कुल संपत्ति 26 करोड़ के आसपास बताई जाती है। जॉर्ज फर्नांडिस ने आखिरी लोकसभा चुनाव 2009 में बिहार की लोकसभा सीट मुजफ्फरपुर से लड़ा था। तब उन्होंने अपना आखिरी इनकम एफिडेविट चुनाव आयोग को सौंपा था, जिसमें उन्होंने कुल संपत्ति करीब 13 करोड़ बताई थी। उनके पास बैंकों में डिपोजिट के तौर पर करीब 7 करोड़ रुपए थे, जबकि बॉन्ड के रूप में करीब 60 हजार रुपए बताए थे। 2009 में चुनाव आयोग में दिए संपत्ति के एफिडेविड में उन्होंने अचल संपत्ति के रूप में सिर्फ मकान दिखाया, जो उन्होंने अपनी पत्नी के नाम दिखाया था। नर्इ दिल्ली में इस घर की कीमत उस वक्त करीब ढाई करोड़ आसपास बताई गई। इसके अलावा बेंगलुरु में 10 एकड़ जमीन की कीमत करीब 22 करोड़ के आसपास बताई गई, जिसे करीब 11 करोड़ में बेचा गया था। मैंगलोर में एक प्रॉपर्टी थी, जिसकी कीमत करीब 2 से 3 करोड़ थी, लेकिन उसे 60 लाख में बेच दिया गया।
बेटे ने पिता की संपत्ति के बारे में कही थी ये बात
पत्नी लैला, बेटे शीन पर जॉर्ज फर्नांडिस के भाई ने 2010 में संगीन आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा था कि लैला ने जॉर्ज को बिल्कुल अकेला कर दिया है। वह उनसे किसी को मिलने नहीं देती हैं। उसी वक्त जॉर्ज के बेटे शीन का भी बयान आया था। उन्होंने कहा, 'मुझे पिता की संपत्ति में कोई दिलचस्पी नहीं है। जितना मेरे पिता ने जीवन भर कमाया उतना तो मैं मेरे पास है और उनकी उम्र तक मेरे पास पिता से कई गुना ज्यादा पैसा होगा।' जॉर्ज के बेटे शीन अमेरिका में इन्वेस्टमेंट बैंकर हैं।
पत्नी लैला ने बंद करा दी थी जया जेटली की घर में एंट्री
जॉर्ज फर्नांडिस ने लैला से शादी की थी। दोनों की मुलाकात एक फ्लाइट में हुई थी, जिसके बाद प्यार हुआ और शादी भी हो गई, लेकिन दोनों के जीवन में कुछ समय बाद दूरियां बन गईं। इधर, जया जेटली जॉर्ज के करीब आ गईं। इस रिश्ते का क्या नाम था? इस बारे में बहुत सी बातें कही सुनी और लिखी गईं, लेकिन पूरी दुनिया ने जो सच देखा वह यह था कि एक समय लैला ने जया जेटली की घर में एंट्री बंद करा दी थी। जॉर्ज जब बीमार रहने लगे तो जया जेटली उनसे मिलने गईं, लेकिन लैला ने उन्हें मिलने नहीं दिया। बाद में जया जेटली ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया और अदालत से मंजूरी मिलने के बाद उन्हें कुछ देर के लिए महीने में दोबार मिलने की इजाजत मिली। हालांकि, कई बार ऐसी बातें भी कही जाती रहीं कि लैला संपत्ति की वजह से जॉर्ज की जिंदगी में दोबारा आईं, क्योंकि वह उन्हें छोड़कर चली गई थीं।