पाखंडी बाबाः हाथ धोने का साबुन भी विदेश से मंगाता था रामपाल?
हिसार। देश में भले ही लोग दो जून की रोटी के लिए दर-दर भटकते हों तब जाकर भी उन्हें आराम के लिए एक अच्छी छत नसीब नहीं होती। लेकिन अपने आपको संत कहलाने वाले कथित बाबा रामपाल जिन सुविधाओं के बीच आराम फरमाता था कि देश के बड़े फाइव स्टार होटलों में भी ऐसी सुविधाएं नहीं मिलती होंगी।
एक्सरसाइज करने की मशीन से लेकर हाथ धोने और नहाने के साबुन तक विदेश से आते थे। यह खुलासा बाबा रामपाल के आश्रम के खुलने से हुआ है। कथित बाबा के आश्रम में स्विमंग पूल और लक्जरी बाथरूम तक हैं। जो सिर्फ संत बाबा रामपाल के लिए ही बने थे।
बाबा रामपाल ने कई एकड़ों में फैला हैं जिसमें रामपाल के रहने के लिए अलग से एक कोठी बनी थी। कोठी व्यवस्था ऐसी की उसका खर्च एक पूंजीपति उठाते हुए भी सौन नहीं तो एक बार तो जरूर सोचेगा। इससे तमाम सवाल खड़े हो रहे हैं कि आखिर करोड़ों रुपए के एशो-आराम के लिए बाबा के पास पैसा कहां से आता था। लोगों को अंध श्रद्धा में डूबे लोगों की गाढ़ी कमाई को चूस-चूस कर इतना बड़ा महलनुमा आश्रम खड़ा किया था।
संत रामपाल के लिए फाइव स्टार सुविधाओं का सिलसिला यहीं नहीं रुकता। बल्कि और आगे भी बाबा ने अपने लिए कई ऐसी चीजें जुटा रखी हैं अपने घर में तो शायद ही नहीं जुटाए। बाबा ने अपने अच्छे से अच्छे इलाज के लिए आधुनिक अस्पताल तक बनवा रखा है। जिसमें करोड़ों रुपए की एक्सरे जैसी चिकित्सकीय मशीने हैं। यहां पर ऑपरेशन थियेटर भी बना है। बिलकुल एक बड़े अस्पताल की तरह।