जेल से बाहर आते ही पिंजरा तोड़ एक्टिविस्ट नताशा और देवांगना ने सरकार पर बोला हमला, जानिए क्या कहा
नई दिल्ली, 17 जून। कड़कड़डूमा कोर्ट के आदेश के बाद दिल्ली हिंसा के आरोपी और पिंजरा तोड़ कार्यकर्ता नताशा नरवाल, देवांगना कलिता और आसिफ इकबाल तन्हा गुरुवार देर शाम तिहाड़ जेल से रिहा हो गए। इन तीनों ने दिल्ली पुलिस पर आरोप लगाया था कि वो जानबुझकर रिहाई में देरी कर रही है। जेल से बाहर निकलने के बाद नताशा नरवाल ने कहा कि कानूनी लड़ाई आगे जारी रहेगी। हम अपने मूल्यों के लिए भी अपनी लड़ाई जारी रखेंगे। वहीं, आसिफ इकबाल तन्हा ने कहा कि हमें उम्मीद थी कि एक दिन मुझे रिहा कर दिया जाएगा। सीएए, एनआरसी, एनपीआर के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी।
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) की छात्राएं नरवाल और कालिता ने जेल में साल भर रहने के दौरान मिले समर्थन को लेकर अपने मित्रों ओर शुभचिंतकों का शुक्रिया अदा किया। इनमें से कई लोग उनकी रिहाई के मौके पर जेल के बाहर एकत्र थे। नरवाल ने संवाददाताओं से कहा, ''हमें जेल के अंदर जबरदस्त समर्थन मिला है और हम अपना संघर्ष जारी रखेंगे। '' मीडिया से बातचीत में नरवाल ने कहा कि उन्हें यह यकीन करने में कई महीने लग गये कि वे इस तरह के कठोर आरोपों में जेल में कैद हैं।
वहीं सरकार पर हमला बोलते हुए कालिता ने कहा कि अपनी आवाज उठाने को लेकर लोग जेल में कैद हैं। उन्होंने कहा, ''वे (सरकार) लोगों की आवाज और असहमति को दबाने की कोशिश कर रहे हैं। हमें लोगों से अपार समर्थन मिला, जिसने हमें जेल के अंदर जीवित रहने में मदद की।''
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