27 नवंबर से दिल्ली में सिर्फ CNG-इलेक्ट्रिक वाहनों की एंट्री, पूरी डिटेल देखिए
नई दिल्ली,24 नवंबर: दिल्ली सरकार ने वायु प्रदूषण की स्थिति को देखते हुए 27 नवंबर से सिर्फ सीएनजी और इलेक्ट्रिक वाहनों को ही राजधानी में एंट्री देने का फैसला किया है। बाकी सभी वाहनों के दिल्ली में 3 दिसंबर तक एंट्री पर रोक रहेगी। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री ने राजधानी में प्रदूषण के हालातों की समीक्षा करने का बाद यह बातें कही हैं। इस बीच 29 नवंबर से दिल्ली में स्कूल-कॉलेज खोलने का फैसला किया गया है और सरकारी कर्मचारियों को भी दफ्तर आकर काम करने को कहा गया है। इनके लिए दिल्ली सरकार की ओर से विशेष सीएनजी बसें भी लगाई गई हैं, जो उन्हें दफ्तर पहुंचाने का काम करेंगे।
दिल्ली में सिर्फ सीएनजी-इलेक्ट्रिक वाहनों को एंट्री
दिल्ली में हवा के फिर से जहरीले होने से रोकने की कोशिशों के तहत दिल्ली सरकार ने बुधवार को बड़ा फैसला लिया है। इसके मुताबिक 27 नवंबर यानी शनिवार से सिर्फ सीएनजी और इलेक्ट्रिक वाहनों को ही दिल्ली में एंट्री की अनुमति दी जाएगी। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा है कि आवश्यक सेवाओं से जुड़े वाहनों को छोड़कर जो ट्रक और टेंपो सीएनजी पर चलते हैं, उन्हें ही 27 तारीख से राजधानी में आने दिया जाएगा। वायु प्रदूषण पर नियंत्रण पाने के लिए दिल्ली सरकार ने पिछले 22 नवंबर को ही गैर-आवश्यक वस्तुओं को ढोने वाले भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक लगा दी थी। राय ने कहा 'ट्रक और बाकी वाहनों को, आवश्यक सेवाओं में जुटे वाहनों के अलावा, बाहर से दिल्ली में आना रोक दिया गया है।'
पेट्रोल-डीजल वाहनों पर 3 दिसंबर तक रोक
वायु प्रदूषण पर नियंत्रण को लेकर एक बैठक के बाद गोपाल राय ने कहा कि सीएनजी और इलेक्ट्रिक वाहनों के अलावा दूसरे ईंधन पर चलने वाले वाहनों को दिल्ली में 3 दिसंबर तक एंट्री नहीं मिलेगी। वे बोले कि '27 नवंबर से सिर्फ सीएनजी पर चलने वाले और इलेक्ट्रिक वाहनों को राष्ट्रीय राजधानी में एंट्री की अनुमति दी जाएगी। बाकी सभी वाहनों के आने पर 3 दिसंबर तक पाबंदी रहेगी।'
29 नवंबर से खुलेंगे स्कूल-दफ्तर
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री ने सरकारी कर्मचारियों से सार्वजनिक वाहनों का इस्तेमाल करने को कहा है। 'हमने हाल ही निजी सीएनजी बस किराए पर लिए हैं। हमने फैसला किया है कि कर्मचारियों को सरकारी आवासीय कॉलोनी जैसे कि गुलाबी बाग और तिमारपुर कॉलोनी से लाने के लिए इनके इस्तेमाल का फैसला किया है।' दिल्ली सरकार दिल्ली सचिवालय से आईटीओ और इंद्रप्रस्थ मेट्रो स्टेशन तक अपने कर्मचारियों के लिए शटल बस सेवा भी शुरू करेगी। उन्होंने बताया कि 'पिछले तीन दिनों में हवा की गुणवत्ता में सुधार हुआ है। शहर का एक्यूआई वैसा ही है जैसा कि दिवाली के दिनों में था।' इसकी वजह से दिल्ली सरकार ने स्कूल-कॉलेजों और बाकी शिक्षण संस्थानों के अलावा सरकार दफ्तरों को 29 नवंबर से में फिर से खोलने का फैसला किया है।
प्रदूषण कम करने के लिए कई कदम उठाए गए हैं
इससे पहले दिल्ली सरकार ने प्रदूषण की वजह से सभी शिक्षण संस्थानों को बंद करने, कंस्ट्रक्शन और डिमॉलिशन की गतिविधियों को बैन करने का फैसला किया था और अपने कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम करने को कहा था, ताकि वायु प्रदूषण को कम किया जा सके और स्वास्थ्य पर पड़ने वाले इसके प्रभावों को घटाया जा सके। बाद में इसने पांबदी बढ़ाते हुए दिल्ली में गैर-आवश्यक वस्तुएं लेकर आने वाले ट्रकों की एंट्री पर भी रोक लगा दी थी। हवा की गुणवत्ता में सुधार के बाद कंस्ट्रक्शन और डिमॉलिशन की गतिविधियों पर से पाबंदी सोमवार को ही हटा ली गई थी, ताकि वहां काम करने वाले वर्करों को असुविधा ना हो।
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दिल्ली की हवा सुधरी !
बता दें कि दिल्ली में रविवार को हवा चलने की वजह से हवा की गुणवत्ता में सुधार की बात कही जा रही है और एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (एसएएफएआर) सिस्टम के मुताबिक बुधवार को राजधानी का एक्यूआई 280 दर्ज किया गया है। एक्यूआई के तहत शून्य से 50 तक को 'अच्छा', 51 और 100 के बीच 'संतोषजनक', 101 और 200 को 'मॉडरेट', 201 और 300 के बीच 'खराब', 301 और 400 के बीच 'बहुत खराब' और 401 से 500 के बीच को 'गंभीर' माना जाता है।