Assembly Election 2021: पांचों राज्यों के चुनाव की तारीखों का ऐलान, जानें कब कहां पड़ेंगे वोट
नई दिल्ली। भारत निर्वाचन आयोग के प्रमुख सुनील अरोड़ा ने आज (26 फरवरी) पश्चिम बंगाल, केरल, असम, तमिलनाडु और पुडुचेरी के विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है। सुनील अरोड़ा ने कहा कि कोरोना वायरस काल में हमने राज्यसभा की 18 सीटों के लिए चुनाव की शुरुआत की और फिर बिहार में सफल चुनाव कराया। अगामा पांच राज्यों में चुनाव कराना हमारे लिए चुनौती भरा है। मतदान के दौरान वोटरों की सुरक्षा का ध्यान रखा जाएगा। पांच राज्यों के 18 करोड़ से अधिक मतदाता इस बात वोट डालेंगे, बंगाल में 1 लाख मतदान केंद्र बनाए जाएंगे।पांचों राज्यों के सभी चुनाव कर्मचारियों को कोरोना वायरस की वैक्सीन दी जाएगी।

चुनाव संबंधी सभी जानकारी पढ़ें यहां
- असम में तीन चरणों में होगा चुनाव, 27 मार्च से शुरू होगा मतदान, 2 मई को आएंगे नतीजे।
- केरल में एक चरण में होगा विधानसभा चुनाव, 6 अप्रैल को होगा मतदान।
- तमिलनाडु में एक चरण में चुनाव, 6 अप्रैल से शुरु होगा मतदान।
- पुडुचेरी में एक चरण में चुनाव, 6 अप्रैल को होगी वोटिंग, 2 मई को आएंगे नतीजे।
- पश्चिम बंगाल में 8 चरणों में होगा चुनाव, 27 मार्च से पहले चरण का मतदान शुरू होगा- इलेक्शन कमीशन।
- बंगाल में 1 अप्रैल को दूसरे चरण का मतदान होगा।
- पश्चिम बंगाल में 6 अप्रैल को तीसरे चरण, 10 अप्रैल को चौथे चरण और 17 अप्रैल को पांचवें और 22 अप्रैल को छठे चरण का मतदान होगा।
- बंगाल में 26 अप्रैल को सातवें और 29 अप्रैल को आठवें चरण का मतदान होगा, जबकि मतगणना 2 मई को की जाएगी।
- असम में 2016 विधानसभा चुनाव में 24,890 चुनाव केंद्र थे, 2021 में चुनाव केंद्रों की संख्या 33,530 होगी। तमिलनाडु में 2016 विधानसभा चुनाव में 66,007 चुनाव केंद्र थे, 2021 में चुनाव केंद्रों की संख्या 88,936 होगी: सुनील अरोड़ा
- केरल में पहले 21,498 चुनाव केंद्र थे, अब यहां चुनाव केंद्रों की संख्या 40,771 होगी। पश्चिम बंगाल में 2016 में 77,413 चुनाव केंद्र थे अब 1,01,916 चुनाव केंद्र होंगे: सुनील अरोड़ा
- मतदान का समय एक घंटा बढ़ाया गया, नामांकन में उम्मीदवार के साथ केवल 2 लोगों को इजाजत- CEC
- 824 विधानसभा सीटों पर होगा मतदान, प्रत्याशी सहित केवल 5 लोगों को होगी डोर-टू-डोर चुनाव प्रचार की इजाजत: सुनील अरोड़ा
- पश्चिम बंगाल सहित पांचों राज्यों में चुनाव के लिए होगी CRPF की तैनाती।
- पश्चिम बंगाल चुनाव के लिए नियुक्त किए गए दो पुलिस ऑब्जर्वर- चुनाव आयोग
- तारीखों के ऐलान से पहले CEC बोले- त्योहार और परीक्षा के दिन मतदान नहीं होगा।
- टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए जाएंगे। टोल फ्री हेल्पलाइन से मतदाता अपना नाम सूची में तलाश सकते हैं। मतदाता ऑनलाइन अपना वोटर कार्ड भी निकाल सकते हैं: CEC

गौरतलब है कि इस वर्ष देश के चार बड़े राज्यों के मुख्यमंत्रियों का कार्यकाल अप्रैल-मई में खत्म हो रहा है, वहीं चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस के गढ़ कहे जाने वाले पुडुचेरी में वी नारायणसामी की सरकार गिरने से प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लागू है। बता दें कि इस साल पश्चिम बंगाल की 294, केरल की 140, असम की 126, तमिलनाडु की 234 और पुडुचेरी की कुल 30 विधानसभा सीटों पर मतदान होना है। कोरोना वायरस महामारी काल में बिहार के बाद अब इन पांचों राज्यों में विधानसभा चुनाव होगा।
पश्चिम बंगाल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का कार्यकाल मई, 2021 में समाप्त हो रहा है। इस बार राज्य में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने भी ममता बनर्जी को कड़ी चुनौती देने का मन बना लिया है। लोकसभा चुनाव 2019 में पश्चिम बंगाल की जनता से आश्चर्यजनक समर्थन पाने के बाद बीजेपी के उम्मीद है कि इस बार के विधानसभा चुनाव में भी प्रदेश में भाजपा का डंका बजेगा। हालांकि पिछले लोकसभा चुनाव के नतीजों पर जनर डालें तो बीजेपी का रिकॉर्ड कुछ अच्छा नहीं रहा है। 2016 के चुनाव में बीजेपी सिर्फ तीन सीट जीती थी, जबकि टीएमसी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 211 सीटों पर जीत दर्ज की थी।
ये भी पढ़ें- रेप के मामले में टॉप पर है बंगाल, बिना मर्जी हो रहा बाल विवाह: जेपी नड्डा