आज भी मुश्किल में फंसा केजरीवाल का नामांकन, 45 नंबर टोकन का कर रहे हैं इंतजार
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का नामांकन अभी तक दाखिल नहीं हो पाया है। केजरीवाल ने खुद ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी है।
नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का नामांकन अभी तक दाखिल नहीं हुआ है। अरविंद केजरीवाल ने खुद रिटर्निंग ऑफिसर के कार्यालय से ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी है। अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट करते हुए कहा, 'मैं अपना नामांकन दाखिल किए जाने का इंतजार कर रहा हूं। मेरा टोकन नंबर 45 है। नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए यहां बहुत सारे लोग आए हुए हैं। लोकतंत्र में भाग लेने वाले इतने सारे लोगों को देखकर मुझे बहुत खुशी हो रही है।' इससे पहले अरविंद केजरीवाल सोमवार को भी अपना नामांकन दाखिल करने के लिए निकले थे, लेकिन रोड शो के चलते वो नामांकन नहीं कर पाए।
AAP ने ठहराया भाजपा को जिम्मेदार
वहीं, इस मामले को लेकर आम आदमी पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज ने भाजपा को जिम्मेदार ठहराया है। सौरभ भारद्वाज ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा, 'करीब 35 उम्मीदवार आरओ कार्यालय में बिना उचित नामांकन पत्र के बैठे हैं, यहां तक कि उनके नामांकन पत्र में 10 प्रस्तावकों के नाम तक नहीं लिखे हैं। वे लोग इस बात पर अड़ रहे हैं कि जब तक उनके कागजात पूरे नहीं होते और उनका नामांकन दाखिल नहीं होता, वो अरविंद केजरीवाल को नामांकन नहीं करने देंगे। इन सभी लोगों के पीछे भारतीय जनता पार्टी है।'
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सोमवार को भी लेट हो गए थे केजरीवाल
आपको बता दें कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में आज नामांकन करने का आखिरी दिन है। इससे पहले अरविंद केजरीवाल सोमवार को अपना नामांकन दाखिल करने के लिए निकले थे, लेकिन नामांकन से पहले उन्होंने रोड शो किया, जिसमें वो काफी लेट हो गए। इसके बाद अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अब वो मंगलवार को अपना नामांकन दाखिल करेंगे। अरविंद केजरीवाल दिल्ली की नई दिल्ली विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। इस सीट पर भारतीय जनता पार्टी ने युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष सुनील यादव और कांग्रेस ने पार्टी नेता रोमेश सभरवाल को टिकट दिया है।
नई दिल्ली सीट से दो बार जीत चुके हैं केजरीवाल
2015 के विधानसभा चुनाव में भी अरविंद केजरीवाल नई दिल्ली विधानसभा सीट से ही चुनाव लड़े थे। भाजपा ने यहां नुपुर शर्मा और कांग्रेस ने पार्टी की दिग्गज नेता किरण वालिया को मैदान में उतारा था। 2015 के चुनाव में अरविंद केजरीवाल ने इस सीट पर 31583 वोटों के बड़े अंतर से जीत हासिल की थी। अरविंद केजरीवाल को 57213 और भाजपा उम्मीदवार नुपुर शर्मा को 25630 वोट मिले थे। कांग्रेस प्रत्याशी किरण वालिया को महज 4781 वोट ही मिल पाए। इससे पहले 2013 के विधानसभा चुनाव में अरविंद केजरीवाल ने नई दिल्ली सीट पर दिल्ली की तत्कालीन मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को 25864 वोटों के अंतर से हराया था। भाजपा ने उस समय इस सीट पर विजेंद्र गुप्ता को टिकट दिया था, जिन्हें महज 17952 वोट ही मिल पाए।
11 फरवरी को आएगा दिल्ली का रिजल्ट
गौरतलब है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए आने वाली 8 फरवरी को मतदान होगा। विधानसभा चुनाव के नतीजे 11 फरवरी को घोषित किए जाएंगे। दिल्ली में फिलहाल आम आदमी पार्टी की सरकार है, जिसने 2015 के विधानसभा चुनाव में 67 सीटों पर ऐतिहासिक जीत हासिल की थी। 2015 में जहां भाजपा के खाते में महज 3 सीटें ही गईं, वहीं कांग्रेस का खाता भी नहीं खुला था।
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