दलित संगठनों ने भारत बंद को रद्द नहीं बल्कि टाल दिया है
नई दिल्ली। तमाम दलित संगठनों द्वारा आज भारत बंद का ऐलान किया गया था, लेकिन इसे फिलहाल के लिए टाल दिया गया है। दरअसल सुप्रीम कोर्ट ने जिस तरह से एससी/एसटी एक्ट में बदलाव किया था उसके बाद तमाम दलित संगठन इसके विरोध में उतर आए थे। जिसके बाद केंद्र सरकार ने इस एक्ट में बदलाव के बिल को लोकसभा में पेश किया था, जिसे सर्वसम्मति से पास कर दिया गया। केंद्र सरकार के इस फैसले के बाद तमाम दलित संगठनों ने भारत बंद को फिलहाल के लिए टाल दिया है।
ऑल इंडिया आंबेडकर महासभा की ओर से इस बाबत बयान जारी करके कहा गया है कि हमारी मुख्य मांग थी कि एससी/एसटी एक्ट को फिर से पूर्व की भांति बहाल किया जाए, जिसे स्वीकार कर लिया गया है। दलित संगठनों का कहना है कि वह ऑल इंडिया किसान सभा को देशभर में अपना समर्थन जारी रखेंगे। एआईएएम के अध्यक्ष अशोक भारती ने कहा कि हम सरकार को और समय दे रहे हैं ताकि हमारी मांगों को पूरा किया जाए। हम अपने भारत बंद को रद्द नहीं कर रहे हैं, बल्कि इसे अभी के लिए टाल रहे हैं। अगर केंद्र सरकार हमारी मांगों को पूरा नहीं करती है तो हम फिर से सड़क पर उतरेंगे।
केंद्रीय मंत्री थावर चंद गहलोत ने ने लोकसभा में एससी/एसटी संशोधन बिल को लोकसभा में पेश किया था जिसे सदन में बिना किसी विरोध के एकमत में पास कर दिया। जिसके बाद एक बार फिर से नेशनल कमिशन फॉर बैकवर्ड क्लास को संवैधानिक दर्जा मिल जाएगा।
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