दलित दूल्हे को घोड़े पर आना महंगा पड़ा, लोगों ने उतारक बुरी तरह से पीटा, बारात पर फेंके पत्थर
नई दिल्ली। देश में दलितों के साथ उत्पीड़न के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। एक बार फिर मध्य प्रदेश में दलित उत्पीड़न का मामला सामने आया है। यहां दलित युवा की शादी में लोगों ने बारातियों पर जमकर पत्थरबाजी की, इसके पीछे की वजह थी कि लोगों ने फरमान जारी किया था कि दलित दूल्हे को घोड़े पर सवार होने की इजाजत नहीं है। यह घटना मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले के माहिदपुर की है। घटना के बाद पुलिस ने 17 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है, जिन्होंने पत्थरबाजी की थी।
पुलिस ने बताया कि शादी के दौरान लोगों ने दूल्हे पर पत्थर फेंके और उसे जबरन घोड़े से नीचे उतार दिया है। आरोपियों ने संजय चौहान पर शादी के दौरान पत्थर फेंके। संजय आरक्षित जाति बलाई समुदाय का है, जिसे घोड़े से जबरन उतारा। यह घटना रविवार रात नाग गुरदिया गांव की है। आपको बता दें कि चौहान की शादी विष्णुबाई से तय हुआ था जोकि नाग गुरुदिया गांव की रहने वाली है। घटना के बारे में झरदा पुलिस स्टेशन के इंचार्ज पृथ्वी सिंह खराते का कहना है कि गांव में अधिकतर अगणी जाति के रहते हैं। इन लोगों ने चौहान के घोड़ा चढ़ने पर आपत्ति जताई थी, उनका कहना था कि यह सम्मान अगणी जाति वालों के लिए आरक्षित है।
पुलिस का कहना है कि गांव के अगड़ी जाति के लोगों ने दूल्हे के घोड़े पर आने पर आपत्ति जताई और उसे जबरन घोड़े से उतार दिया। जिन लोगों ने इसमे हस्तक्षेपर किया उनपर पत्थरबाजी की गई और उन्हे पीटा गया। पुलिस का कहना है कि हमने इस मामले में 17 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है, इन लोगों के खिलाफ एसएसी, एसटी एक्ट और आईपीसी की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। हम इन लोगों को पकड़ने की कोशिश कर रहे हैं।
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