Cyclone Nivar: चक्रवाती तूफान की वजह से तमिलनाडु -पुडुचेरी में Red Alert, बस सेवाएं रद्द
Cyclone Nivar: चक्रवाती तूफान 'निवार' की वजह से इस वक्त तमिलनाडु और पुडुचेरी (Tamilnadu and Puducherry) में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी है और प्रशासन पूरी तरह से सतर्क है, तूफान को देखते हुए तमिलनाडु सरकार ने 7 जिलों में बस सेवाएं रद्द कर दी हैं और कुछ जिलों में ट्रेन सेवा भी आंशिक और पूर्ण रूप से रद्द कर दी गई।
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आईएमडी ने बताया कि दक्षिण पश्चिम एवं निकटवर्ती दक्षिण पूर्वी बंगाल की खाड़ी के ऊपर दबाव का क्षेत्र 11 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पश्चिम-उत्तरपश्चिमी दिशा की ओर बढ़ा और सोमवार पूर्वाह्न 11 बजकर 30 मिनट पर इसी क्षेत्र पर केंद्रित रहा। विभाग ने कहा है जो कि अगले 24 घंटों के दौरान बंगाल की खाड़ी में बना लो प्रेशर एरिया 'चक्रवाती तूफान' में बदल जाएगा जो कि 25 नवंबर के दोपहर में तमिलनाडु और पुडुचेरी के तटों से टकराएगा।
25-26 नवंबर के लिए भारी बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग ने तमिलनाडु, पुडुचेरी , कराईकल क्षेत्र, आंध्र प्रदेश, रायलसीमा और तेलंगाना में भी 25-26 नवंबर के लिए भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। आईएमडी की ओर से चक्रवाती तूफान की चेतावनी के मद्देनजर एनडीआरएफ की छह टीमें कुड्डलोर जिले के कुड्डालोर और चिदंबरम शहरों के लिए रवाना हुईं है।
यहां हैं High Alert, मछुआरों को समुद्र में जाने से रोका गया
पुडुकोट्टई, तंजावुर, तिरुवरुर, कराइकल, नगापट्टिनम, कुड्डालोर, अरियालुर और पेरम्बलुर, कल्लाकुरीची, पुडुचेरी, विल्लुपुरम, तिरुवन्नमलाई और चेंगलपट्टू में अगले 2 दिनों में अत्यधिक भारी बारिश होने की आशंका है। इस वजह से नगापट्टिनम में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है और मछुआरों को 26 नवंबर तक समुद्र में नहीं जाने को कहा गया है।
क्यों आते हैं 'चक्रवात'?
समुद्र के ऊपर भी जमीन की तरह ही हवा होती है, हवा हमेशा उच्च दाब से निम्न दाब वाले क्षेत्र की तरफ बहती है, जब हवा गर्म हो जाती है तो हल्की हो जाती है और ऊपर उठने लगती है, जब समुद्र का पानी गर्म होता है तो इसके ऊपर मौजूद हवा भी गर्म हो जाती है और ऊपर उठने लगती है, इस जगह पर निम्न दाब का क्षेत्र बनने लग जाता है, आस पास मौजूद ठंडी हवा इस निम्न दाब वाले क्षेत्र को भरने के लिए इस तरफ बढ़ने लगती है लेकिन पृथ्वी अपनी धुरी पर घूमती रहती है, इस वजह से यह हवा सीधी दिशा में ना आकर घूमने लगती है और चक्कर लगाती हुई उस जगह की ओर आगे बढ़ती है, इसे 'चक्रवात' कहते हैं।