मुंबई में बेकाबू होता कोरोना, फरवरी की तुलना में मार्च में 475 फीसदी अधिक आए कोरोना के नए मामले
मुंबई। देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में कोरोना बेकाबू होता जा रहा है। इसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि साल 2021 के मार्च में कोरोना के 88 हजार 710 नए मामले सामने आए। आप जानकर हैरान रह जाएंगे ये आंकड़े फरवरी में सामने आए कुल मामलों से 474 फीसदी ज्यादा हैं। बीएमसी ने इस बात की जानकारी दी है। बीएमसी के मुताबिक इस साल फरवरी में 18 हजार 359 मामले सामने आए थे। वहीं जनवरी में यह आंकड़ा 16 हजार 328 था।
इसका मतलब हुआ कि मार्च महीने में फरवरी की तुलना में 70 हजार 351 मामले और जनवरी की तुलना में 72 हजार 382 अधिक मामले सामने आए। आंकड़ों की मानें तो मार्च में संक्रमण की वजह से मरने वालों की संख्या 216 रही तो वहीं फरवरी में 119 लोगों की मौत हुई थी। जनवरी में कोरोना से 237 लोग मरे थे। इस तरह फरवरी की तुलना में मरने वालों का आंकड़ा मार्च में 181 फीसदी ज्यादा है। बीएमसी के आंकड़ों की मानें तो 31 मार्च को मुंबई में 51 हजार 411 मरीजों का उपचार चल रहा है जबकि फरवरी अंत में उपचार के लिए सिर्फ 9 हजार 715 मरीज थे। वहीं मार्च में रिकवर होने वाले मरीजों की दर घटकर 85 फीसदी रह गई थी जबकि फरवरी अंत में ये 93 फीसदी था। वहीं मार्च में मामले दोगुने होने की अवधि भी 245 दिनों से घटकर 49 दिन हो गई।
मुंबई की मेयर कर सकती हैं बड़ा ऐलान
मुंबई की मेयर किशोरी पेडनेकर ने कहा कि शुक्रवार को बड़ा फैसला हो सकता है। उनका इशारा लॉकडाउन की तरफ था। एक न्यूज चैनल से खास बातचीत में पेडनेकर ने बताया कि इसमें ज्यादा सोचने की जरूरत नहीं है कि लॉकडाउन लग सकता है। जिस तरह से मामले बढ़ रहे हैं उसे देखते हुए लॉकडाउन के लिए सोचना पड़ सकता है। उन्होंने कहा कि शुक्रवार को पाबंदियों को लेकर बड़े ऐलान हो सकते हैं।
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