जल्द ही बाजार में मिलने लगेगी कोरोना वैक्सीन, एक डोज के लिए चुकाने पड़ेंगे इतने रुपये
नई दिल्ली, अप्रैल 21: देश में रोजाना के संक्रमित मरीजों की संख्या अब 3 लाख के करीब पहुंचने वाली है। इस बीच मंगलवार रात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को संबोधित किया। साथ ही 18 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों को वैक्सीन दिलवाने की बात कही। पीएम के मुताबिक सभी कंपनियों की वैक्सीन खुले बाजार में भी बिकेगी। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि इनकी कीमत 700 से 1000 रुपये प्रति डोज होगी। अभी सरकार ने इसकी कीमत प्राइवेट अस्पतालों में 250 रुपये रखी है, जबकि सरकारी अस्पतालों में ये फ्री है।
Recommended Video
कोविशिल्ड की कीमत होगी ज्यादा
सीरम इंस्टीट्यूट के सीईओ अदार पूनावाला ने कुछ दिन पहले एक इंटरव्यू में बताया था कि उनकी कंपनी की कोविशिल्ड की बाजार में कीमत 1000 रुपये के करीब होगी। वहीं डॉ. रेड्डीज रूसी वैक्सीन स्पुतनिक वी का आयात करेगी। इसकी कीमत 750 से कम होने की उम्मीद है। हालांकि इस बारे में अभी अंतिम निर्णय नहीं लिया गया। कुछ कंपनियों का कहना है कि ये सब मार्केट में सप्लाई, एक्सपोर्ट और सप्लाई चेन पर भी डिपेंड करेगा।
इस वजह से दाम होंगे अलग
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक बाजार में एंट्री करने वाली एक कंपनी ने कहा कि सरकार ने प्रति डोज 150 रुपये दाम तय किया है, जोकि बहुत ज्यादा कम है। हम एक स्थायी मूल्य पर काम करेंगे। हमें इस बात को जानना चाहिए कि टेक्नोलॉजी प्लेटफॉर्म, सेल लाइन और उपकरण हर कंपनी के अलग-अलग होते हैं। इसके अलावा वैक्सीन बनाने के लिए कच्चा माल भी अलग-अलग देशों से आता है। इस वजह से सभी कंपनियों की वैक्सीन के दाम अलग-अलग हो सकते हैं।
रेवेन्यू इकट्ठा करने का दबाव
वहीं दूसरी ओर कंपनियों ने वैक्सीन को लेकर बहुच बड़ा निवेश किया है। ऐसे में उनके ऊपर ये दबाव रहेगा कि वो अच्छा रेवेन्यू इकट्ठा कर सकें। अगर वैक्सीन दूसरे देश से आयात की जाती है, तो कई अन्य तथ्यों को देखना पड़ेगा। हालांकि असम और यूपी जैसे राज्यों ने पहले ही ऐलान कर दिया था कि बाजार में मूल्य चाहे जो हो वो फ्री में जनता को वैक्सीन उपलब्ध करवाएंगे।
बेंगलुरु में कोरोना का कहर: श्मशान पर रात 2 बजे तक कतारें, लोगों को टोकन देने पड़ रहे