अयोध्या फैसले से पहले कांग्रेस ने बुलाई CWC की आपात बैठक
नई दिल्ली। कांग्रेस के शीर्ष नेता अयोध्या मामले में उच्चतम न्यायालय का फैसला आने के मद्देनजर शनिवार सुबह बैठक करेंगे और अपनी आगे की रणनीति पर विचार विमर्श करेंगे। कांग्रेस महासचिव के सी वेणुगोपाल ने बताया कि कांग्रेस कार्यकारी समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक आज (9 नवंबर) सुबह होगी। जबकि यह बैठक रविवार को होनी थी। वेणुगोपाल ने ट्वीट किया, ''सीडब्ल्यूसी की बैठक पुनर्निर्धारित की गई है और अब यह नौ नवंबर को सुबह पौने नौ बजे 10 जनपथ पर होगी। बैठक में सीडब्ल्यूसी के सदस्य, स्थायी आमंत्रित सदस्य और विशेष आमंत्रित सदस्य हिस्सा लेंगे।"
सूत्रों के मुताबिक पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी के आवास पर हो रही इस बैठक में गांधी परिवार से एसपीजी सुरक्षा वापस लिए जाने और कुछ अन्य मुद्दों पर भी चर्चा हो सकती है। सूत्रों के मुताबिक राहुल गांधी भी दिल्ली लौट चुके हैं। वे भी इसमें शामिल होंगे। कांग्रेस के जानकार सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में अहम मसलों पर रणनीति को लेकर चर्चा हो सकती है। एक विषय इसी महीने शुरू हो रहा संसद का शीतकालीन सत्र है। पार्टी को इस सत्र के लिए अपनी रणनीति बनानी है।
यह इसलिए भी अहम है क्योंकि पिछले सत्र में कांग्रेस और दूसरी विपक्षी पार्टियों में बिल्कुल तालमेल नहीं दिखा था। कई विपक्षी पार्टियों ने कई मसलों पर सरकार का साथ दिया। इसलिए बताया जा रहा है कि विपक्ष के साथ तालमेल बेहतर करने की रणनीति पर इसमें चर्चा होगी। एक अहम विषय अयोध्या पर आने वाला सुप्रीम कोर्ट का फैसला है। कांग्रेस के नेता चाहते हैं कि इस पर पहले से पार्टी की राय स्पष्ट होनी चाहिए ताकि फैसले के बाद कोई कंफ्यूजन न हो।
ध्यान रहे जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म करने के लिए संविधान के अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को हटाने के केंद्र सरकार के फैसले पर पार्टी एकदम अंधेरे में थी। इसका नतीजा यह हुआ कि पार्टी के नेता अलग अलग बयान देते रहे। किसी ने इसका समर्थन किया तो किसी ने विरोध किया तो किसी ने बीच बीच का बयान दिया। इस बार ऐसा न हो इसलिए अगले हफ्ते आने वाले फैसले से पहले ही कांग्रेस इस पर अपनी रणनीति बनाने के लिए बैठक कर रही है।
रामजन्म भूमि बाबरी मस्जिद मामले में फैसला आज
राम जन्म भूमि-बाबरी मस्जिद विवाद मामले में शनिवार सुबह सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने से पहले पूरे देश में सुरक्षा के कड़ी कर दी गई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विभिन्न धर्म गुरुओं ने लोगों से शांति बनाए रखने तथा न्यायालय के फैसले का सम्मान करने की अपील की है। दिल्ली में फैसला सुनाने वाली संविधान पीठ के पांचों न्यायाधीशों के आवास के बाहर शुक्रवार (8 नवंबर) से सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने यह जानकारी दी। इस संवेदनशील मामले में फैसला शनिवार (9 नवंबर) सुबह साढ़े दस बजे सुनाया जाएगा।