'सरकार अहंकार से अंधी है, वे महंगाई कैसे देखेंगे', संसद में बहस पर राहुल गांधी
नई दिल्ली, 02 अगस्त: कांग्रेस नेता राहुल गांधी लगातार महंगाई और बढ़ती कीमतों को लेकर केंद्र सरकार पर हमलावर हैं। अब उन्होंने संसद में जारी मानसून सत्र में महंगाई पर दिए गए जवाब पर मोदी सरकार पर निशाना साधा। केंद्र ने सदन में कहा कि भारत के मंदी की चपेट में आने की कोई आशंका नहीं है। जिस पर अब राहुल गांधी ने मंगलवार को कहा कि भाजपा सरकार देश में महंगाई को नहीं देख पा रही है, क्योंकि उसने अहंकार से आंखें मूंद रखी है और देश की संपत्ति अपने दोस्तों को 'फ्री फंड' में बेच दी है।
कांग्रेस नेता एक बार फिर केंद्र सरकार पर महंगाई के मुद्दे पर आक्रामक नजर आए। उनका अब हालिया ट्वीट सोमवार को लोकसभा में महंगाई पर बहस के बाद आया है। राहुल ने अपने ट्वीट में मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए लिखा, "अमृतकाल के जश्न में मगन भाजपा सरकार ने सदन में कह दिया कि, देश में महंगाई है ही नहीं। खैर, इन्हें महंगाई दिखाई कैसे देगी? आंखों पर अहंकार की पट्टी बांध कर, 'मित्रों' को 'Free Fund' में देश की संपत्ति जो बेच रहे हैं।"
अमृतकाल के जश्न में मगन भाजपा सरकार ने सदन में कह दिया कि, देश में महंगाई है ही नहीं।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 2, 2022
ख़ैर, इन्हें महंगाई दिखाई कैसे देगी? आंखों पर अहंकार की पट्टी बांध कर, 'मित्रों' को 'Free Fund' में देश की संपत्ति जो बेच रहे हैं। pic.twitter.com/jXRHbnVY6t
इसी के साथ उन्होंने 2019 से पेट्रोल, डीजल और अन्य वस्तुओं की कीमतों की तुलना मौजूदा साल में भी की। राहुल गांधी ने रोजमर्रा की जरूरत की चीजों की लिस्ट जारी है, जिसमें साल 2019 से लेकर 2022 के रेट बताए गए हैं। इस लिस्ट में पेट्रोल, डीजल, एलपीजी, नमक, दाल, सोयाबीन-सरसों तेल और चाय के दाम बताए गए हैं।
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इससे पहले दिन में राहुल गांधी ने कहा था कि सरकार एक 'अभिमानी राजा' की छवि चमकाने के लिए अरबों खर्च कर रही है। आपको बता दें कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में कहा था कि देश के मंदी या मंदी की चपेट में आने की कोई संभावना नहीं है। फिलहाल खुदरा महंगाई 7 फीसदी पर है। 2004 से 2014 तक यूपीए शासन के दौरान महंगाई दहाई अंकों में चली गई थी। लगातार 22 महीनों से महंगाई 9 फीसदी से ऊपर थी।