पठानकोट और नगरोटा आतंकी हमले की पांच समान बातें
नगरोटा आतंकी हमले ने लोगों को दिला दी जनवरी में पठानकोट स्थित इंडियन एयरफोर्स के बेस पर हुए आतंकी हमले की याद। नगरोटा की तरह ही उस हमले में भी तड़के ही एयरबेस में दाखिल हुए थे आतंकी।
नगरोटा। नगरोटा में हुए आतंकी हमले ने एक बार फिर पाकिस्तान के नापाक इरादों को बेनकाब कर दिया है। वहीं इस हमले ने लोगों को जनवरी में पठानकोट स्थित इंडियन एयरफोर्स के बेस पर हुए आतंकी हमले की भी याद दिला दी।
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दोनों ही हमलों में कुछ ऐसी बातें हैं जो कई तरह से एक जैसी दिखती हैं। नगरोटा में इंडियन आर्मी के 16वें कॉर्प्स हेडक्वार्टर पर हमला हुआ। हमले में सात सैनिक शहीद हो गए।
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अगर इन सैनिकों ने मुस्तैदी न दिखाई होती तो यहां पर एक ऐसा बंधक संकट पैदा हो सकता था जिसके बाद हालात और मुश्किल हो जाते।
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कुछ ऐसा ही हाल पठानकोट आतंकी हमले में भी था। एक नजर डालिए नगरोटा और पठानकोट आतंकी हमले में मौजूद छह एक जैसी बातों पर।
यूनिफॉर्म का सहारा
दोनों ही आतंकी हमलों में आतंकी पाकिस्तान से भारत आए थे। पठानकोट आतंकी हमले और नगरोटा आतंकी हमले दोनों में ही आतंकियों को यूनिफॉर्म का सहारा मिला। जहां पठानकोट आतंकी हमले में आतंकियों ने इंडियन आर्मी की यूनिफॉर्म पहन रखी थी तो नगरोटा में आतंकियों को जम्मू कश्मीर पुलिस की यूनिफॉर्म की मदद मिली।
तड़के हुआ हमला
पठानकोट का हमला 3.30 मिनट पर हुआ तो नगरोटा में सुबह पांच बजे आतंकी दाखिल हुए थे। पठानकोट में भी यूनिफॉर्म दाखिल आतंकियों ने अचानक से हमला शुरू कर दिया था। नगरोटा में भी आतंकियों ने दाखिल होते ही हमला बोला।
बंधक बनाने की साजिश
नगरोटा और पठानकोट दोनों ही जगहों पर आतंकियों की मंशा सैनिकों के परिवारवालों को बंधक बनाने की थी। पठानकोट में भी आतंकी उस बिल्डिंग की ओर बढ़ गए थे जहां पर सैनिकों के परिवारवाले रहते थे। नगरोटा में भी आतंकियों ने दाखिल होते ही रिहायशी बिल्डिंग की ओर रुख किया था।
साजो-सामान से लैस आतंकी
दोनों ही हमलों में जब आतंकी मारे गए तो उनके पास से मिले सामान से यह बात साबित हुई कि आतंकी बड़ी साजिश की योजना बनाकर बेस कैंप में दाखिल हुए थे।
दोनों ही जगह फांदी दीवार
नगरोटा और पठानकोट दोनों में ही आतंकियों ने दीवार फांदी और तब जाकर वह एयरफोर्स और आर्मी के बेस में दाखिल हो गए।