सीएम देवेंद्र फडणवीस ने दिए थे श्रीदेवी को राजकीय सम्मान देने के आदेश, RTI से खुलासा
बॉलीवुड की दिग्गज अभिनेत्री श्रीदेवी को 28 फरवरी को पूरे राजकीय सम्मान के साथ विदाई दी गई थी। उन्हें मिले राजकीय सम्मान पर कई लोगों ने सवाल भी खड़े किए थे।अब एक आरटीआई से इसके पीछे का कारण सामने निकलकर आया है।
नई दिल्ली। बॉलीवुड की दिग्गज अभिनेत्री श्रीदेवी को 28 फरवरी को पूरे राजकीय सम्मान के साथ विदाई दी गई थी। उन्हें मिले राजकीय सम्मान पर कई लोगों ने सवाल भी खड़े किए थे और पूछा था कि आखिर क्यों एक एक्ट्रेस को राजकीय सम्मान दिया गया। कई लोगों का कहना था कि वो पद्मश्री सम्मानित हैं, इसलिए ये सम्मान दिया गया, लेकिन अब एक आरटीआई से इसके पीछे का कारण सामने निकलकर आया है। श्रीदेवी को राजकीय सम्मान के साथ विदा करने का आदेश खुद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने दिए थे।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने दिए थे आदेश
श्रीदेवी को मिले राजकीय सम्मान पर आरटीआई से खुलासा हुआ है कि ये आदेश मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस द्वारा दिए गए थे। कार्यकर्ता अनिल गलगली ने आरटीआई दाखिल कर प्रोटोकॉल डिपार्टमेंट से इस सिलसिले में जानकारी मांगी थी। प्रोटोकॉल डिपार्टमेंट ने जवाब में गलगली को बताया कि श्रीदेवी को राजकीय सम्मान देने का आदेश मुख्यमंत्री फडणवीस ने दिया था। प्रोटोकॉल डिपार्टमेंट जनरल एडमिनिस्ट्रेशन डिपार्टमेंट के अंदर आता है, जिसके मुख्य खुद मुख्यमंत्री होते हैं।
अनिल गलगली ने दाखिल की थी आरटीआई
अनिल गलगली ने कहा, 'अटकलें थीं कि श्रीदेवी को मौत के बाद राजकीय सम्मान इसलिए दिया गया था क्योंकि वह पद्म पुरस्कार विजेता थीं, लेकिन ऐसा नहीं है। सभी पद्म प्राप्तकर्ताओं को राजकीय सम्मान नहीं मिलता। मुख्यमंत्री यह तय करता है कि राजकीय सम्मान किसे दिया जाएगा।' गलगली को मिले जवाब में लिखा है, 'श्रीदेवी को राजकीय सम्मान देने का ऑर्डर 25 फरवरी को सीएम ऑफिस की तरफ से दिया गया। इसके बाद 26 फरवरी को मुंबई उपनगरीय जिला अधिकारी और मुंबई पुलिस कमिश्नर सरकारी ऑर्डर दिया गया।'
राज ठाकरे ने भी उठाए थे राजकीय सम्मान पर सवाल
आरटीआई से खुलासा हुआ है कि 22 जून, 2012 से लेकर 26 मार्च, 2018 तक कुल 40 लोगों को राजकीय सम्मान दिया गया। अभिनेत्री श्रीदेवी का 24 फरवरी को दुबई के एक होटल के बाथटब में गिरने से मौत हो गई थी। फॉरेंसिक रिपोर्ट में खुलासा हुआ था कि श्रीदेवी बेहोश होकर बाथटब में गिर गईं थीं, जिसके कारण डूबने से उनकी मौत हो गई। 28 फरवरी को मुंबई में पूरे राजकीय सम्मान के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी गई थी। हालांकि इस राजकीय सम्मान पर राज ठाकरे समेत कई लोगों ने सवाल खड़े किए थे। राज ठाकरे ने कहा था कि, 'श्रीदेवी की मौत शराब पीने के कारण हुई और ऐसे में उन्हें राजकीय सम्मान देना, तिरंगे का अपमान है।'
मुख्यमंत्री दे सकता है राजकीय सम्मान के आदेश
किसी को राजकीय सम्मान देने का हक केंद्र सरकार का होता है, लेकिन राज्य सरकार भी अपनी इस शक्ति का प्रयोग कर के राजकीय सम्मान के आदेश दे सकती है। राजकीय सम्मान मौजूदा और पूर्व राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, केंद्रीय मंत्री और मुख्यमंत्रियों को दिया जाता है। हालांकि कई बार ऐसा देखने को मिला है मुख्यमंत्री ने अपनी शक्तियों का प्रयोग कर प्रतिष्ठित हस्तियों को राजकीय सम्मान देने के आदेश दिए हैं। शिवसेना के संस्थापक बालासाहेब ठाकरे, मशहूर कवि मंगेश पदगांवकर, वरिष्ठ पत्रकार, मुज्जफर हुसैन, पद्म-विभूषण डॉ. बीके गोयल समेत कई हस्तियों को राजकीय सम्मान दिया जा चुका है।