सीलिंग की समस्या खत्म करने के लिए केंद्र की हाई लेवल मीट, जल्द खत्म हो सकती है समस्या
नई दिल्ली। दिल्ली में जिस तरह से तमाम दुकानों को सील किया गया उसके बाद लगातार भारतीय जनता पार्टी और आम आदमी पार्टी के भीतर तकरार बनी हुई है। लेकिन इस तकरार को खत्म करने के लिए सरकार कई ऐसी एजेंसियों को खत्म करने की तैयारी कर रही है जिससे कि राजनीतिक और व्यवसायिक तकरार खत्म हो सके। मंगलवार की शाम इसके लिए केंद्रीय आवास और शहरी विकास मंत्रालय के आला अधिकारियों की हाई लेवल मीटिंग हुई, जिसमे केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी व दिल्ली के एलजी अनिल बैजल, म्युनिसिपल कमिश्नर के सचिव डीएस मिश्रा व एनडीएमसी के चीफ नरेश कुमार व डीडीए के वाइस चेयरमैन उदय प्रताप सिंह ने हिस्सा लिया था।
आला अधिकरियों की बैठक
इस बैठक के बाद पुरी ने कहा कि सरकार जल्द ही इस पूरी समस्या को खत्म करने के लिए जल्द ही अहम कदम उठाएगी, हालांकि उन्होंने आगे कुछ भी कहने से इनकार कर दिया है। इससे पहले मंगलवार को अरविंद केजरीवाल ने कई बाजार का दौरा किया और इस दौरान तमाम रेस्टोरेंट, दुकानों व व्यापारियों से मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा की केंद्र सरकार इस पूरी समस्या के लिए जिम्मेदार है, उनकी सरकार इस मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट का रुख करेगी ताकि सीलिंग ड्राइव को बंद कराया जा सके।
10 गुना जुर्माना
वहीं केंद्र सरकार के एक आला अधिकारी ने बताया हम इस बात पर विचार कर रहे हैं कि दिल्ली के मास्टर प्लान में बदलाव किया जा सकता है, जिसमे कई दुकानों व स्टोर प्राइवेट व सरकारी जमीन का मिश्रित इस्तेमाल कर रहे हैं। आपको बता दें कि रदिल्ली के मास्टर प्लान 2021 के तहत कुल 2183 सड़के हैं जहां कॉमर्शियल व मिक्स सड़क का इस्तेमाल किए जाने की इजाजत दी गई है। ऐसे में उन जगहों पर सीलिंग की प्रक्रिया की जा रही है जहां दुकानों को इन जगहों का इस्तेमाल करने की इजाजत नहीं है। जिन इमारतों में अतिरिक्त फ्लोर है या गलत बालकनी बाहर की ओर बनी है उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। अभी तक जिन दुकानदारों पर जुर्माना लगाया गया है वह काफी ज्यादा है, डीडीए ने 10 गुना जुर्माना उन दुकानों व बिल्डिंग पर लगाया है जिनपर नियमों का उल्लंघन करने का आरोप है।
आप-भाजपा भिड़े
गौरतलब है कि मंगलवार सुबह मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर हाई-वोल्टेज ड्रामा देखने को मिला। सीलिंग को लेकर भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल सीएम केजरीवाल के घर पहुंचा, इस प्रतिनिधिमंडल में दिल्ली के भाजपा सांसद, तीनों मेयर और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी शामिल थे। हालांकि सीलिंग का कोई समाधान तो नहीं निकला, लेकिन आप और भाजपा के नेता आपस में ही उलझ गए। इसके बाद भाजपा के नेताओं ने घर से बाहर आकर मुख्यमंत्री केजरीवाल पर उनका अपमान करने और सीलिंग को लेकर गंभीर ना होने का आरोप लगाया।