केंद्र ने सुप्रीम कोर्ट से पश्चिम बंगाल में कानून-व्यवस्था की बहाली के लिए सशस्त्र बलों की तैनाती की मांग की
नई दिल्ली, 4 मई: कोरोना महामारी के बीच हुए पश्चिम बंगाल चुनाव के परिणाम आते ही बंगाल में हिंसा भड़क गई है। हिंसाओं का दौर खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा। वहीं केद्र सरकार इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई है। केंद्र ने पश्चिम बंगाल में कानून-व्यवस्था की बहाली के लिए सशस्त्र बलों सहित केंद्रीय सुरक्षा बलों को तैनात करने के निर्देश देने की मांग की
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बता दें पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के साथ ही हिंसा भड़क गई है और नौबत खून खराबे पर पहुंच चुकी है। इस हिंसा में कथित तौर पर दुकानों को लूटे जाने के दौरान कई भाजपा कार्यकर्ताओं की मौत हो गई, तो कई घायल हो गए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यपाल जगदीप धनखड़ को फोन करके कानून और व्यवस्था कि स्थिति पर चिंता जताते हुए दुख व्यक्त किया है। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने इसकी जानकारी दी है। ।उन्होंने लिखा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज फोन पर बात कर बंगाल में जारी हिंसा को लेकर चिंता व्यक्ति की है।
बता दें पश्चिम बंगाल में चुनावी नतीजे के बाद बीजेपी के नेताओं को निशाना बनाया जा रहा है। बीजेपी ने आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और बंगाल पुलिस टीएमसी के गुंडों का समर्थन कर रही है। ममता बनर्जी से सपोर्ट मिलने के कारण लगातार वो उपद्रव कर रहे हैं।
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वहीं असम के वरिष्ठ बीजेपी नेता हिमंत बिस्व सरमा ने नया दावा किया है।हिमंत बिस्व के मुताबिक बंगाल में राजनीतिक हिंसा अपने चरम पर है, जहां पर टीएमसी के गुंडे बीजेपी कार्यकर्ताओं को जमकर निशाना बना रहे हैं। ऐसे में 300-400 बीजेपी कार्यकर्ता असम की ओर पलायन कर रहे हैं। असम सरकार बंगाल से आ रहे लोगों को दर्द समझती है, ऐसे में उनके लिए शेल्टर होम में खाने-पीने की व्यवस्था की गई है। उन्होंने आगे कहा कि ये घटनाएं ममता बनर्जी के लोकतंत्र का घिनौना नाच है और उन्हें इसे बंद करना चाहिए।