पीओके को पाकिस्तान का हिस्सा कहने पर फारूख अब्दुल्ला के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा
नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला के खिलाफ बिहार के बेतिया व्यवहार न्यायालय में देशद्रोह का मामला दर्ज किया गया है। अब्दुल्ला पर ये मुकदमा उनके पाक के कब्जे वाले कश्मीर को पाकिस्तान का हिस्सा बताने वाले हाल ही में दिए बयान के आधार पर हुआ है। मुकदमा सिविल कोर्ट के अधिवक्ता मुराद अली की ओर से दायर किया गया है। मामले में सुनवाई करते हुए मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के कोर्ट ने फारूक अब्दुल्ला के खिलाफ नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश जारी कर दिया है। अधिवक्ता मुराद अली दायर वाद में कहा है कि मीडिया के माध्यम से उन्हें जानकार हुई है कि जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर को पाकिस्तान का हिस्सा बता रहे हैं। अली ने कहा है कि पूर्व सीएम की ओर से बोले गये शब्द संपूर्ण भारवर्ष के अपमान के समान हैं।
हाल ही में जम्मू कश्मीर बातचीत के लिए सरकार के प्रतिनिधि दिनेश्वर शर्मा से मिलने के बाद मीडिया में अब्दुल्ला ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, 'यह मसला (जम्मू-कश्मीर) भारत और पाकिस्तान के दरमियान है। इसको लेकर ना सिर्फ जम्मू कश्मीर की आवाम से बातचीत हो बल्कि हिंदुस्तान की हुकुमत को पाकिस्तान की हुकुमत से भी करनी पड़ेगी क्योंकि एक हिस्सा उनके पास भी है।' उन्होंने आगे कहा, 'मैं ना सिर्फ हिंदुस्तान से बल्कि पूरी दुनिया से कहना चाहता हूं कि जो हिस्सा पाकिस्तान का है वो पाकिस्तान का ही रहेगा और यह हिस्सा हिंदुस्तान का है, जो कभी नहीं बदलेगा। जो चाहे जंगे कर ले ये नहीं बदलने वाला।'
कश्मीर में आजादी को लेकर फारूख अब्दुल्ला ने कहा कि यहां ऐसा कोई मसला नहीं है, जो लोग आजादी की बात करते हैं वो गलत है। उन्होंने कहा, 'हम (जम्मू-कश्मीर) पाकिस्तान, चीन और भारत से घिरे हुए हैं, जो सभी परमाणु संपन्न मुल्क है। हमारे पास अल्लाह के सिवा कुछ भी नहीं है।
फारूख अब्दुल्ला: POK पाकिस्तान का ही रहेगा, जम्मू कश्मीर में सिर्फ बातचीत ही समस्या का समाधान नहीं