
जेके ग्रुप में जॉब से दिल्ली के उपराज्यपाल बनने का सफर, जानिए कौन हैं दिल्ली के नए एलजी?
नई दिल्ली 23 मई। विनय कुमार सक्सेना (Vinai Kumar Saxena) को दिल्ली के नया उपराज्यपाल नियुक्त किया गया है। कार्पोरेट पर्सनालिटी वाले सक्सेना गवर्नर पद के लिए चुने गए पहले व्यक्ति हैं। दिल्ली के नए उपराज्यपाल ने 1984 में जेके ग्रुप के साथ राजस्थान में एक सहायक अधिकारी के रूप में अपने करियर की शुरुआत की थी। आइए जानते हैं दिल्ली नए एलजी बनने से पहसे जीवन कैसा था?

दिल्ली के एलजी के पास कार्पोरेट अनुभव
दिल्ली के पूर्व उपराज्यपाल ने व्यक्तिगत कारणों से इस्तीफा दे दिया था। जिसके बाद अब विनय कुमार सक्सेना को दिल्ली का नया उपराज्यपाल नियुक्त किया गया है। दिल्ली के नए एलजी किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। करीब तीन दशकों से अधिक समय से विशाल सक्सेना अनुभव के साथ भारतीय कॉर्पोरेट और सामाजिक क्षेत्र में एक प्रतिष्ठित नाम हैं। उन्हें खादी और ग्रामोद्योग आयोग (KVIC) का नेतृत्व करने का गौरव प्राप्त है।

उपराज्यपाल विनय सक्सेना की शिक्षा
विनय सक्सेना ने 1981 में कानपुर विश्वविद्यालय से स्नातक की उपाधि प्राप्त की। उन्होंने पायलट लाइसेंस भी प्राप्त किया। वे तकनीकी, कानूनी, सामाजिक और सांस्कृतिक कौशल के साथ कॉर्पोरेट मामलों में जानकार हैं। कार्पोरेट सेक्टर में उनके पास कुशल नेतृत्व क्षमता है।

जेके ग्रुप के साथ करियर की शुरुआत
उपराज्यपाल विनय सक्सेना ने साल 1984 में जेके ग्रुप के साथ राजस्थान में एक सहायक अधिकारी के रूप में अपना करियर की शुरुआत की थी। जेके की व्हाइट सीमेंट कारखाने में उन्होंने सहायक अधिकारी के तौर पर काम किया। साल 1995 में उन्हें गुजरात में प्रस्तावित बंदरगाह परियोजना की देखभाल के लिए महाप्रबंधक के रूप में प्रमोट किया गया। जिसके बाद वो सीईओ बने और बाद में धोलेरा पोर्ट प्रोजेक्ट के निदेशक के रूप में उन्हें प्रमोट किया गया। वर्ष 1991 में उन्होंने अहमदाबाद में नेशनल काउंसिल फॉर सिविल लिबर्टीज (NCCL) नाम के एक एनजीओ की स्थापना की। अक्टूबर 2015 में सक्सेना केवीआईसी के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किए गए।

KVIC में सक्सेना ने कई नव प्रवर्तन
खादी ग्रामोद्योग विनय सक्सेना ने पहली बार 'हनी मिशन', 'कुम्हार सशक्तिकरण योजना' और 'चमड़ा कारीगर' जैसी कई नवीन रोजगार-सृजन योजनाओं को लागू किया। उनके कार्यकारल में केवीआईसी ने पहली बार 2021-22 में 1.15 लाख करोड़ रुपये का ऐतिहासिक कारोबार किया, जो भारत में अब तक केवीआईसी और किसी भी एफएमसीजी कंपनी द्वारा सबसे अधिक है।

KVIC ने सक्सेना के नेतृत्व में बनाया रिकॉर्ड
सक्सेना के कार्यकाल में केवीआईसी के कारोबार में 248 प्रतिशत की भारी वृद्धि हुई। केवल सात वर्षों के भीतर खादी ग्रामोद्योग के तहत 40 लाख नए रोजगार सृजित किए गए, जो कि केवीआईसी के लिए बड़ी उपलब्धि है।