#TripuraElections2018: त्रिपुरा जीतकर किसे गुरु दक्षिणा देना चाहते हैं अमित शाह?
अगरतला। आज त्रिपुरा विधानसभा चुनाव के नतीजे आने वाले हैं, रूझानों में तो बीजेपी को बहुमत दिख रहा है। केरल के बाद वामपंथी का गढ़ माने जाने वाले त्रिपुरा में भाजपा सेंध मारती दिख रही है। यहां रूझानों में बीजेपी को 32 सीटों पर बढ़त मिल रही है, जबकि लेफ्ट 26 सीटों पर आगे चल रहा है। 1 सीट पर अन्य आगे है। यहां बहुमत का आंकड़ा 31 है। यदि यह रुझान नतीजों में तब्दील होते हैं तो सीपीएम को सत्ता से बेदखल होना पड़ेगा और अगर ऐसा हुआ तो भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की वो प्रतिज्ञा पूरी हो जाएगी, जो कि उन्होंने पिछले साल दशहरे के मौके पर अपने आरएसएस के गुरूओं से किया था।
आपको बता दें कि पिछले साल अमित शाह ने अपने आरएसएस के बुजुर्ग नेताओं और गुरूओं से कहा था कि वो त्रिपुरा जीतकर अपने गुरूजनों को दक्षिणा देंगे। और अगर आज बीजेपी त्रिपुरा जीतती है तो उनकी दक्षिणा पूरी हो जाएगी। ये जीत भाजपा के लिए काफी मायने रखती है क्योंकि ऐसा पहली बार होगा जहां वे लेफ्ट को हरा पाएगी। मालूम हो कि अमित शाह ने पार्टी महासचिवों की बैठक में दो टूक कहा था कि भले त्रिपुरा छोटा राज्य है लेकिन भाजपा के लिए बहुत महत्वपूर्ण इसलिए है कि यह जीत न सिर्फ चुनावी जीत होगी, बल्कि यह वैचारिक जीत भी साबित होगी।
पिछले बीस साल विकास के लिए तरस रहा है त्रिपुरा
भाजपा ने यहां विकास के नाम पर ही चुनाव लड़ा है, उसने अपनी हर चुनावी रैली में कहा कि पिछले बीस साल से यह राज्य विकास के लिए तरस रहा है। आखिर क्यों इतना सुंदर राज्य देश से कटा हुआ है, योगी आदित्यनाथ से लेकर भाजपा के सभी दिग्गज नेताओं ने यहां रैलियां की हैं। फिलहाल रूझानों से तो लगता है कि भाजपा का असर राज्यवासियों के दिल और दिमाग पर हुआ है।
20 साल से माणिक सरकार
बता दें कि 1998 से त्रिपुरा में माणिक सरकार मुख्यमंत्री हैं। इस बार भी त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में वो सीएम पद का चेहरा हैं। त्रिपुरा में माणिक सरकार के सीएम बनने से पहले से ही 1993 से लेफ्ट फ्रंट की सरकार लगातार बनती आ रही है।
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