झारखंड विधानसभा चुनाव: समीकरण बदलने से पिछड़ सकती है भाजपा, JMM गठबंधन बहुमत के करीब
नई दिल्ली- झारखंड विधानसभा चुनाव में 2014 के तुलना में समीकरण पूरी तरह से उलट चुके हैं। जेएमएम-कांग्रेस और आरजेडी महागठबंधन बनाकर चुनाव लड़ रही हैं। जबकि, बीजेपी का आजसू से भी साथ छूट चुका है। अगर तीनों पार्टियों का पिछले चुनाव वाला वोट प्रतिशत जोड़ दें और बीजेपी से उसकी तुलना करें तो महागठबंधन और अकेली चुनाव लड़ रही भाजपा के मतों का फासला बहुत ज्यादा हो जाता है। यानि, अगर पिछले चुनाव की तरह ही वोट पड़े तो महागठबंधन स्पष्ट तौर पर बीजेपी पर बढ़त बनाता दिख रहा है।
समीकरण बदलने से बदल गई है तस्वीर
2014 के विधानसभा चुनाव में भाजपा जब आजसू के साथ चुनाव लड़ी थी तो उसे 31.26 फीसदी वोट मिले थे। जबकि, अकेले जेएमएम को 20.43 फीसदी वोट प्राप्त हुए थे। वहीं कांग्रेस को 13.96 फीसदी और आरजेडी को 3.02 फीसदी वोट मिले थे। इस तरह से अगर महागठबंधन में शामिल पार्टियों के 2014 वाले वोट शेयर को जोड़ दें तो वह बीजेपी से 6 फीसदी ज्यादा हो जाता है। इसबार तो भाजपा की दिक्कत ये भी है कि आजसू के 14 प्रत्याशी भी उसके खिलाफ ताल ठोक रहे हैं।
2014 के पैटर्न पर 8 सीटें गंवा सकती है भाजपा
2014 के चुनाव में बीजेपी को जो 37 सीटें मिली थीं, उसमें से 8 सीटों पर जीत का अंतर 10 हजार वोटों से भी कम था। अगर पिछले चुनाव वाले पैटर्न पर ही इस बार भी वोट डाले गए तो बदले हुए समीकरण में भाजपा इनमें से 8 सीटें हार सकती है। जबकि, यह बात ध्यान में रखना जरूरी है कि अब आजसू भी उसके साथ नहीं है। ऊपर से एंटी इनकम्बेंसी और मुख्यमंत्री रघुबर दास के खिलाफ सरयू राय की ओर से खोला गया मोर्चा पार्टी का काम और बिगाड़ रहा है।
जेएमएम गठबंधन बहुमत के करीब
इन सभी परिस्थितियों के मद्देनजर झारखंड से जो शुरुआती संकेत मिल रहे हैं उसके मुताबिक जेएमएम गठबंधन बहुमत के करीब पहुंच सकता है। मौजूदा संभावनाओं की बात करें तो बीजेपी को 81 सीटों वाली झारखंड विधानसभा में अधिकतम 34 फीसदी और कम से कम 28 फीसदी सीटें मिल सकती हैं। अगर इसे संख्या में तब्दील करें तो पार्टी को अधिकतम 28 तक ही सीटें मिलने की संभावना नजर आ रही हैं। वहीं जेएमएम गठबंधन की पार्टियों में जेएमएम को 19 (करीब 20%-24% सीटें),कांग्रेस को 13 (करीब 12%-16% सीटें) और आरजेडी को 5 (करीब 3%-6%) सीटें तक मिल सकती हैं। यानि इन तीनों पार्टियों के गठबंधन को 37 सीटें तक मिलने की संभावनाएं हैं। जबकि आजसू को अधिकतम 8 (करीब 6%-10%) सीटें तक मिलने की उम्मीद बताई जा रही है।