दो प्रेमियों की शादी में 'काजी' बने बीजेपी महानगर अध्यक्ष पर गिरी गाज, पार्टी ने पद से हटाया
गाजियाबाद में हिंदू लड़की और मुस्लिम लड़के की शादी में हंगामा करने और उसके बाद सड़क पर धरना देकर जाम लगाने के मामले में भाजपा के महानगर अध्यक्ष अजय शर्मा को पद से हटा दिया गया है।
नई दिल्ली। दिल्ली से सटे यूपी के गाजियाबाद में एक हिंदू लड़की और मुस्लिम लड़के की शादी में हंगामा करने और उसके बाद सड़क पर धरना देकर जाम लगाने के मामले में भाजपा के महानगर अध्यक्ष अजय शर्मा को पद से हटा दिया गया है। अपनी ही सरकार में विपक्षी दलों जैसे तेवर दिखाकर सड़क पर धरना देने का मामला लखनऊ तक पहुंचा और प्रदेश भाजपा संगठन ने इसे गंभीरता से लेते हुए यह कार्रवाई की। यूपी के भाजपा अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडे के निर्देश पर अजय शर्मा को पद से हटाकर उनके स्थान पर मानसिंह गोस्वामी को महानगर का कार्यवाहक अध्यक्ष बनाया गया है।
शादी का विरोध करने पहुंचे अजय शर्मा
दरअसल बीते शुक्रवार को शहर के राजनगर इलाके में एक हिंदू लड़की और मुस्लिम लड़के की शादी का रिसेप्शन था। दोनों ने अपनी मर्जी और परिजनों की सहमति से स्पेशल मैरिज एक्ट के तहत कोर्ट मैरिज की थी, जिसका रिसेप्शन चल रहा था। इस शादी की भनक लगते ही इसे 'लव-जिहाद' बताकर कुछ हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता इसका विरोध करने पहुंच गए। विरोध करने वालों में भाजपा के महानगर अध्यक्ष अजय शर्मा भी अपने कार्यकर्ताओं के साथ शामिल थे। लड़की के परिजनों की शिकायत पर पुलिस मौके पर पहुंच गई।
मर्जी से हुई शादी को बताया लव जिहाद
लड़की के पिता ने बताया कि ये शादी परिवार में सभी की रजामंदी से हुई है। इस शादी में न ही तो धर्म परिवर्तन किया गया है और न ही निकाह हुआ है। लड़का-लड़की दोनों बालिग हैं और अपनी मर्जी से शादी की है। लड़की एमबीबीएस डॉक्टर है और लड़के ने एमबीए किया हुआ है। दोनों एक-दूसरे को कॉलेज से जानते हैं और उसी दौरान दोनों को प्यार भी हुआ था। इस शादी से परिवार में किसी को आपत्ति नहीं थी लेकिन हिंदू संगठन के कार्यकर्ता जबरदस्ती इसे लव-जिहाद का नाम देने लगे।
अपनी ही सरकार में बैठ गए धरने पर
इन लोगों ने शादी के विरोध में रिसेप्शन स्थल के बाहर नारेबाजी करते हुए परिजनों से मिलने की मांग की। वर-वधु के परिजनों से मुलाकात कराने के बाद भी जब हंगामा शांत नहीं हुआ तो पुलिस ने लाठीचार्ज कर इन लोगों को खदेड़ दिया। पुलिस कार्रवाई के विरोध में अजय शर्मा भाजपा और हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ताओं के साथ सड़क पर ही धरना देकर बैठ गए। इसके बाद पुलिस ने अजय शर्मा समेत कई लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। मामला लखनऊ तक पहुंचा और अपनी ही सरकार में धरना देने के बाद अजय शर्मा को महानगर अध्यक्ष पद से हटा दिया गया।