बिहार चुनाव: जेडीयू-एलजेपी में तनातनी के बीच बोले रामविलास पासवान, मैं चिराग के हर फैसले के साथ
बिहार चुनाव से पहले रामविलास पासवान का बड़ा ऐलान,
नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी नेता रामविलास पासवान ने कहा है कि उनकी तबीयत ठीक नहीं है और वो अस्पताल में भर्ती हैं। ऐसे में उनके बेटे पार्टी अध्यक्ष चिराग पासवान ही सब फैसले लेंगे और वो उनके फैसलों के साथ पूरी तरह से खड़े हैं। बिहार चुनाव में एलजेपी एनडीए के साथ रहेगी या नहीं, इसको लेकर इस समय चर्चा है। ऐसे में माना जा रहा है कि रामविलास पासवान ने गठबंधन को लेकर पूरी तरह चिराग पर ही फैसला छोड़ दिया है और ये बयान इसी तरफ इशारा है।
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क्या कहा है रामविलास पासवान ने
लोकजन शक्ति पार्टी के संस्थापक और पूर्व अध्यक्ष रामविलास पासवान ने शुक्रवार सुबह तीन ट्वीट किए हैं। उन्होंने लिखा है- कोरोना संकट के समय खाद्य मंत्री के रूप में निरंतर अपनी सेवा देश को दी और हर सम्भव प्रयास किया कि सभी जगह खाद्य सामग्री समय पर पहुंच सके। इसी दौरान तबियत खराब होने लगी लेकिन काम में कोई ढिलाई ना हो इस वजह से अस्पताल नहीं गया। मेरी ख़राब तबियत का एहसास जब चिराग को हुआ तो उसके कहने पर मैं अस्पताल गया और अपना इलाज करवाने लगा। मुझे ख़ुशी है कि इस समय मेरा बेटा चिराग मेरे साथ है और मेरी हर सम्भव सेवा कर रहा है। मेरा ख़याल रखने के साथ साथ पार्टी के प्रति भी अपनी ज़िम्मेदारियों को बखूबी निभा रहा है। मुझे विश्वास है कि अपनी युवा सोच से चिराग पार्टी व बिहार को नयी ऊँचाईयों तक ले जाएगा।चिराग के हर फ़ैसले के साथ मैं मज़बूती से खड़ा हूं। मुझे आशा है कि मैं पूर्ण स्वस्थ होकर जल्द ही अपनों के बीच आऊँगा।
ट्वीट के निकाले जा रहे कई मायने
बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले चिराग पासवान और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बीच की कड़वाहट देखने को मिली है। ऐसे में ये माना जा रहा है कि एलजेपी एनडीए में तो रहेगा लेकिन जदयू के सामने उम्मीदवार उतार सकता है। हाल ही में एलजेपी की बैठक भी हुई थी, जिसमें गठबंधन को लेकर फैसला करने का हक अध्यक्ष चिराग पासवान को दिया गया है। इस बीच रामविलास पासवान ने चिराग के हर फैसले में साथ होने की बात कहने से अंदाजा लगाया जा रहा है कि एलजेपी कोई बड़ा फैसला बिहार चुना को लेकर कर सकती है।
जल्दी ही होगा बिहार में चुनाव का ऐलान
बिहार मे विधानसभा का कार्यकाल 29 नवंबर तक है। राज्य में 243 सीटों पर चुनाव होना है। ऐसे में बिहार विधानसभा चुनाव की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। चुनाव आयोग कभी भी चुनाव कार्यक्रम का एलान कर सकता है। चुनाव आयोग समय पर चुनाव कराने की बात कह चुका है। कोरोना महामारी को देखते हुए चुनाव टाले जाने की मांग भी हो रही थी लेकि चुनाव आयोग ने चुनाव नहीं टाले हैं। कोरोनो को देखते हुए आयोग ने कई विशेष प्रावधान किए हैं। इसमें रैलियों से लेकर नामांकन प्रक्रिया तक के लिए नियम बनाए गए हैं।
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