कोवैक्सीन निर्माता कंपनी का बड़ा बयान, केंद्र को लंबे समय तक नहीं दे पाएंगे 150 रुपए प्रति डोज
नई दिल्ली, जून 15। कोवैक्सीन निर्माता कंपनी भारत बायोटेक ने एकबार फिर से वैक्सीन की कीमत को लेकर बड़ा बयान दिया है। दरअसल, कंपनी ने ये साफ कर दिया है कि केंद्र को 150 रुपए प्रति डोज की कीमत से दी जा रही वैक्सीन की सप्लाई लंबे समय तक जारी नहीं रह सकती। कंपनी ने कहा है कि केंद्र सरकार की एक्साइज ड्यूटी की वजह से भी प्राइवेट सेक्टर में वैक्सीन की कीमत के स्ट्रक्चर में बदलाव हो रहा है। कंपनी ने कहा है कीमतों में वृद्धि ही देखने को मिल रही है।
कंपनी को क्यों कीमत पर है आपत्ति?
वैक्सीन निर्माता कंपनी ने मंगलवार को कहा कि भारत में निजी क्षेत्र के लिए उपलब्ध अन्य कोरोना वैक्सीन की तुलना में कम मात्रा में खरीद, वितरण में आने वाली अधिक लागत और खुदरा मुनाफे आदि इसके कई सारे बुनियादी कारोबारी कारण हैं। कंपनी की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया है, "भारत सरकार को कोवैक्सीन टीके 150 रूपये प्रति खुराक की आपूर्ति कीमत गैर-प्रतिस्पर्धी कीमत है और यह स्पष्ट रूप से लंबे समय जारी नहीं रह सकती।"
कंपनी ने किया है 500 करोड़ रुपए का निवेश
कंपनी का कहना है कि वैक्सीन की लागत को ही निकालने के लिए हमें प्राइवेट सेक्टर में कीमत को अधिक रखना जरूरी है। कंपनी ने बताया कि अभी तक टीके के विकास, क्लिनिकल ट्रायल और वैक्सीन निर्माण के लिए यूनिट स्थापित करने के लिए 500 करोड़ रूपये से अधिक का निवेश किया जा चुका है।
आपको बता दें कि वर्तमान में कोवैक्सीन के लिए राज्यों को 400 रुपए प्रति डोज का भुगतान करना पड़ा था, जबकि कोविशील्ड के लिए एक डोज की कीमत 300 रुपए चुकानी पड़ती है। ऐसे में कई राज्यों ने केंद्र से मुफ्त टीका देने की मांग की थी। हाल ही में केंद्र सरकार ने भी पूरे देश में 21 जून से मुफ्त टीकाकरण शुरू करने की घोषणा कर दी थी।