ईमानदारी का इनाम: होमगार्ड बना कांस्टेबल, मोटी रिश्वत ठुकराकर पकड़वाई थी 12 करोड़ की ड्रग्स
गुवाहाटी, 25 जून। असम में एक होमगार्ड ने ईमानदारी की मिसाल पेश की है। उसकी इस ईमानदारी को देखते हुए राज्य के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने उसे पुलिस कांस्टेबल के पद पर नियुक्ति कर दिया। होमगार्ड का नाम बोरसिंग बे है। दरअसल हुआ ये कि कार्बी आंगलोंग जिले में 21 जून को एक नाके पर तैनात बे को तस्करों ने रिश्वत के रूप में बड़ी रकम की पेशकश की थी, लेकिन उन्होंने इसे ठुकराते हुए प्रशासन की मदद कर 12 करोड़ रुपये के मादक पदार्थ बरामद कराए। इसके बाद राज्य मंत्रिमंडल ने उन्हें पुलिस में कांस्टेबल के पद पर नियुक्त करने का निर्णय लिया। बे की ईमानदारी की मिसाल दी जा रही है।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा बे के अनुकरणीय कार्य दूसरों को व्यक्तिगत हितों से ऊपर उठने और समाज के बड़े उद्देश्य के लिए काम करने के लिए प्रेरित करते रहेंगे। राज्य मंत्रिमंडल ने गुरुवार को होमगार्ड बे की इस ईमानदारी के बदले असम पुलिस में कांस्टेबल के रूप में नियुक्त करने का फैसला किया था। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार, ईमानदारी और बहादुरी का सम्मान करती है।
सरमा ने मादक पदार्थ एवं अवैध तस्करी रोधी दिवस पर कहा कि समाज में सकारात्मक संदेश देने के उद्देश्य से यहां राज्य सचिवालय में आयोजित एक समारोह में बे को नियुक्ति पत्र सौंपने का निर्णय लिया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले 45 दिन में राज्य में 135 करोड़ रुपये के मादक पदार्थ जब्त किए गए। बता दें कि गिरफ्तार की गई दोनों महिलाएं तमिलनाडु की हैं।
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