विधानसभा चुनावों से पहले भाजपा में शामिल हुए रामायण के 'राम' अरुण गोविल
नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, असम, केरल और पुडुचेरी में विधानसभा चुनावों का ऐलान हो चुका है। सभी राजनीतिक दल सत्ता की लड़ाई में अपनी पूरी ताकत से जुट गए हैं। इसी बीच बीजेपी के लिए एक बड़ी खबर आ रही है। विधानसभा चुनावों से पहले अरुण गोविल बीजेपी में शामिल हो गए हैं। आपको बता दें कि अरुण गोविल रामानंद सागर के सीरियल 'रामायण' में भगवान राम की भूमिका निभाकर हर देशवासी के दिल में बस गए थे। अब उनका बीजेपी में आना अहम माना जा रहा है। कयास तो यहा तक लगाया जा रहा है कि अरुण गोविल विधानसभा चुनाव भी लड़ सकते हैं।
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बंगाल में बीजेपी की प्रचार कमान संभालेंगे अरुण गोविल
अरुण गोविल ने जब बीजेपी की सदस्यता ली उस वक्त बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह मौजूद रहे। वहीं जानकारी ये भी मिल रही है कि अरुण गोविल बंगाल चुनाव में बीजेपी के पक्ष में धुआंधार प्रचार करेंगे। कहा जा रहा है कि गोविल बंगाल में करीब 100 जनसभाएं करेंगे। हालांकि अभी यह साफ नहीं हो सका है कि पार्टी में अरुण गोविल की जिम्मेदारी क्या होगी।
मोदी जी ने जबसे देश संभाला, देश की परिभाषा बदल गई
बीजेपी की सदस्यता लेने के बाद अरुण गोविल ने कहा कि इस समय हमारा जो कर्तव्य है वो हमें करना चाहिए। उन्होंने कहा कि मुझे राजनीति आज से पहले समझ नहीं आती थी लेकिन जबसे पीएम मोदी ने देश को संभाला है तब से देश की परिभाषा ही बदल गई। मेरे दिल दिमाग में जो होता है कर देता हूं। आपको बता दें कि पिछले साल जब लॉकडाउन लागू हुआ था उसके बाद सरकार ने दूरदर्शन पर रामायण सीरियल का फिर से प्रसारण शुरू किया था। लॉकडाउन में लोग इसे खूब पसंद कर रहे थे और पहले की तरह ही समय पर टीवी खोलकर सीरियल का इंतजार कर रहे थे।
जानिए अरुण गोविल के बारे में
अरुण गोविल का जन्म राम नगर उत्तरप्रदेश में हुआ। इनकी प्रारम्भिक शिक्षा उत्तरप्रदेश से ही हुई। उन्ही दिनों यह नाटक में अभिनय करते थे। इनके पिता चाहते थे कि यह एक सरकारी नौकरीपेशा बने पर अरुण गोविल का सोचना विपरीत था। अरुण कुछ ऐसा करना चाहते थे जो यादगार बने, इसलिए सन् 1975 में वह मुंबई (तबकी बंबई) चले गए और वहां खुद का व्यवसाय प्रारम्भ किया। उस वक्त यह केवल 17 वर्ष के थे। कुछ दिनों के बाद इन्हें अभिनय के नए नए रास्ते मिलना शुरु हुए। अरुण गोविल ज्यादातर राजश्रीवालों की पारिवारिक फ़िल्मों में काम करते थे, जिनमें जीवन मूल्यों को अनदेखा नहीं किया जाता है। रामानंद सागर-निर्देशित रामायण में भगवान राम का किरदार भी ऐसे ही था। इसलिए गोविल भी राम का किरदार अच्छे से कर पाए और यही उनकी शोहरत का मुख्य कारण बना।