पैसे कम पड़ गए तो डॉक्टरों ने रोक दिया इलाज, मर गई 2 साल की बच्ची
अमरावती। इलाज के लिए पूरे पैसे नहीं भरने की वजह से डॉक्टरों द्वारा 2 साल की बच्ची का इलाज रोक दिया गया। इलाज रुक जाने से 2 साल की बच्ची की मौत हो गई। इससे बच्ची के परिवारजनों ने काफी हंगामा किया और डॉक्टरों की गाड़ी भी जला दी। इस घटना में पीड़ित निधी प्रशांत ठाकरे की बच्ची की इलाज के अभाव में मौत हो गई।
निधी
अपने
मामा
के
गांव
कावली
दिवाली
के
अवसर
पर
आई
हुई
थी।
बच्ची
की
तबीयत
बिगड़
जाने
की
वजह
से
बच्ची
को
धामणगांव
रेल्वे
स्थित
डॉ.
सकले
के
निजी
हॉस्पिटल
में
भरती
कराया
गया
था।
डॉक्टरों
ने
दवाखाने
में
एडमिट
करने
से
पहले
ही
पैसों
की
मांग
की
थी,
उसके
बाद
ही
उपचार
शुरू
किया
था।
किसी
वजह
से
निधी
के
परिवारवालों
के
पास
इलाज
के
लिए
पैसे
कम
पड़
रहे
थे।
पूरे
पैसे
नहीं
भरने
की
वजह
से
बच्ची
का
इलाज
बीच
में
रोक
दिया
गया।
जिसकी
वजह
से
बच्ची
की
बुधवार
की
सुबह
मौत
हो
गई।
इलाज
के
अभाव
के
चलते
बच्ची
की
मौत
होने
की
वजह
से
गांववाले
और
परिजन
काफी
गुस्से
में
डॉ.
सकले
की
गाड़ी
और
हॉस्पिटल
के
कुछ
उपकरण
को
बाहर
लाकर
जला
दिया
गया।
इस
घटना
के
बाद
से
धामणगाव
में
तनाव
का
माहौल
है।
परिजन
डॉ.
सकले
को
गिरफ्तार
करने
की
मांग
कर
रहे
हैं।