पश्चिम बंगालः गृह मंत्री अमित शाह ने बाउल सिंगर बासुदेव के घर खाया खाना
amit shah west bengal visit day 2: नई दिल्ली। गृह मंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) का पश्चिम बंगाल (west bengal) में आज दूसरा दिन है। बंगाल दौरे के दूसरे दिन अमित शाह बाउल गायक (Baul singer) बासुदेव के घर पहुंचे। यहां उनके लिए खास भोज का भी आयोजन किया गया। भोज में मूंग की दाल, आलू पोस्तो परोसा गया। मिट्ठी के बर्तन में बने चावल अमित शाह को दिए गए। शाह के साथ मुकुल रॉय (Mukul Roy), दिलीप घोष सहित अन्य पार्टी के नेताओं ने भी दोपहर का भोजन किया। बता दें, लंच से पहले बासुदेव ने अमित शाह को गाकर भी सुनाया।
पश्चिम बंगाल की संस्कृति में बाउल परंपरा का रस कैसे घुला हुआ है, इसका अंदाजा लगाने के लिए सिर्फ इतना ही काफी है कि रवींद्र संगीत और रवींद्रनाथ टैगोर (Rabindranath Tagore) की कविताओं पर भी इसका खासा प्रभाव पड़ा है। यही वजह है कि भाजपा नेता अमित शाह पश्चिम बंगाल में राजनीतिक अभियान में निकले तो उन्होंने टैगौर को श्रद्धांजलि अर्पित करने के साथ ही श्यामाबाटी में बाउल संगीतकार (Baul Singer) के घर खाना खाने का भी कार्यक्रम बनाया।
West Bengal: Union Home Minister & BJP leader Amit Shah & other party leaders including Mukul Roy & Dilip Ghosh having lunch at the residence of a Baul singer at Bolpur, Birbhum district. pic.twitter.com/cYuEdDGmsV
— ANI (@ANI) December 20, 2020
बाउल संस्कृति का प्रभाव पश्चिम बंगाल, बांग्लादेश, त्रिपुरा से लेकर असम की बराक वैली तक है। इस संस्कृति पर मूलरूप से हिंदुत्व (Hindutva) के भक्ति आंदोलन और सूफीवाद की छाप पड़ी है। लेकिन, इसके बावजूद यह इनसे पूरी तरह से स्वतंत्र विचारों की जीवंत पद्धति है। इस संगीत से मुख्य रूप से समाज के आर्थिक और सामाजिक रूप से बेहद पिछड़े लोग जुड़े रहे हैं और इनका संगीत रूढ़िवादी भक्ति परंपरा से अलग हटकर है। बाउल परंपरा से जुड़ने वाले लोग आमतौर पर बहुत ही सामान्य और सहज प्रवृत्ति के लोग बताए जाते हैं। बासुदेव के घर भोजन करने के बाद अमित शाह एक मेगा रोड शो करेंगे। ये रोड शो बोलपुर में स्टेडियम रोड स्थित हनुमान मंदिर से बोलपुर सर्कल तक करीब एक किलोमीटर लंबा होगा।
Recommended Video
West Bengal:क्या है बंगाल की बाउल संस्कृति, अमित शाह के दौरे से हो रही है चर्चा